लखनऊ। गुरुवार को इंदिरा नगर स्थित एक निजी होटल में 0-5 वर्ष तक के बच्चों में निमोनिया, डायरिया से होने वाली मृत्यु को समुदाय एवं चिकित्सा इकाई स्तर पर रोकने के उद्देश्य से ब्लाक स्तरीय प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
इन्होंने दिया प्रशिक्षण
कार्यक्रम का आयोजन यूनिसेफ व मंडल प्रबंधक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन राजा राम व विजय कुमार के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेन्द्र अग्रवाल ने की। महारानी अवंतिबाई महिला चिकित्सालय से बाल चिकित्सक डॉ. सलमान, चिकित्सा अधीक्षक मोहनलालगंज डॉ. मिलिन्द्वर्धन, जिला स्वास्थय शिक्षा सूचनाधिकारी, योगेश रघुवंशी, डीसीपीएम. एनएचएम विष्णु प्रताप एवं फार्मासिस्ट आरबी पाण्डेय ने प्रशिक्षण दिया। जिला स्वास्थय शिक्षा सूचनाधिकारी, योगेश रघुवंशी ने बताया कि 27 जुलाई से सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा मनाया जायेगा। इसमें विभिन्न स्वास्थ्य इकाइयों में ओआरएस व जिंक के कार्नर स्थापित किये जाएंगे।
बाल चिकित्सक डॉ. सलमान ने यह बताया
बाल चिकित्सक डॉ. सलमान ने बताया कि ओआरएस का घोल कैसे बनाया जाए, 0-6 माह तक के बच्चों को 14 दिन तक जिंक की आधी गोली, वहीं 6 माह से ऊपर के बच्चों को 14 दिन तक जिंक की पूरी गोली देनी चाहिए। बच्चों में निमोनिया की पहचान कैसे की जाए, किन बच्चों को जिले पर रेफेर किया जाए व कुपोषित बच्चों की पहचान किस प्रकार की जाये इस बारे में भी बताया।
26 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया
प्रशिक्षण में लखनऊ के 4 ब्लाक मोहनलालगंज, चिनहट, गोसाईंगंज व बक्शी का तालाब से प्रत्येक इकाई से चिकित्साधिकारी, फार्मासिस्ट, स्वास्थय शिक्षा अधिकारी एआरओ/ बीपीएम, बीसीपीएम एवं एस/एन/एलएचवी द्वारा प्रतिभाग किया गया। कुल 26 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण का उद्घाटन संयुक्त निदेशक डॉ. आलोक रंजन, चिकित्सा स्वास्थय एवं परिवार कल्याण द्वारा किया गया।