लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के 23वें दीक्षान्त समारोह में कुल 162 छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की। उपाधियों में 37 उपाधि डीएम, 16 उपाधि एमसीएच, 19 उपाधि एमडी, 7 उपाधि एमएचए, 44 उपाधि पीडीसीसी, 4 उपाधि पीएचडी तथा 35 बीएससी नर्सिंग की उपाधियां शामिल हैं। इनमें से 57.4 फीसदी छात्र है। 42.6 फीसदी छात्राएं है।
इसके अलावा डॉ. एसआर नायक अवार्ड फॉर आउट स्टैडिंग इनवेस्टीगेटर बाल पेट रोग विभाग के प्रमुख डॉ. एसके याचा, प्रो. एसएस अग्रवाल फॉर एक्सीलेंस रिसर्च अवार्ड न्यूरोलॉजी विभाग के शोध छात्र डॉ. विजय कुमार साहू और डॉ. आरके शर्मा बेस्ट डीएम स्टूडेंट अवार्ड क्लीनिकल इम्यूनोलाजी विभाग की डीएम छात्र डॉ. विकास कुमार गुप्ता को दिया गया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना
पीजीआई के 23 वें दीक्षांत समारोह में दिल्ली एम्स के पूर्व बाल रोग विशेषज्ञ एवं नीति आयोग के सदस्य डॉ. विनोद कुमार पाल ने कहा कि आजादी के समय औसत आयु 27 साल जो आज औसत आयु 68 वर्ष है। इसके बाद भी तमाम लोग इलाज से वंचित है। ऐसे लोगों को लिए सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना शुरू की है। इसमें इलाज के साथ ही स्वस्थ्य रखने की भी योजना है। देश में 1.5 लाख गांव में हेल्थ और वेलनेस सेंटर खुलेंगे। 10 करोड़ परिवारों और 50 करोड़ लोगों को फायदा होने की संभावना है। इसका लाभ करीब 40 फीसदी को मिलेगा। एक लाख से अधिक पैरामेडिकल स्टाफ को नौकरी का रास्ता खुलेगा।
इस योजना के तहत पंजीकृत किसी भी निजी या सरकारी अस्पताल में इलाज मिलेगा। बीते 10 साल में मेडिकल का खर्च 300 फीसदी बढ़ गया है। देश में इलाज का 80 फीसदी खर्च लोग अपनी जेब से उठाते हैं। पीजीआई इस योजना में अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार रहे क्योंकि इस संस्थान के पास काफी क्षमता है। आयुष्मान योजना के तहत कैंसर, दिल के ऑपरेशन, गुर्दे, लिवर सहित मैटरनल हेल्थ और प्रसव की सुविधा गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा।
इन्होंने दी बधाई
इस मौके पर पीजीआई निदेशक डॉ. राकेश कपूर, डीन डॉ. राजन सक्सेना, चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन, अपर मुख्य सचिव दीपक त्रिवेदी, प्रमुख सचिव रजनीश दुबे व सीएमएस डॉ. अमित अग्रवाल ने छात्रों को बधाई दी।