लखनऊ। पीजीआई के एक कर्मचारी और उसके दो बच्चो में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। मामले की रिपोर्ट स्वाथ्य महानिदेशक को भेजी गई है। कर्मचारी और उसके दो बच्चों को जुखाम और सांस लेने में तकलीफ थी। करीब तीन दिन पहले उनकी जांच हुई तो उनमें स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई।
मरीजों का घर पर ही इलाज चल रहा है। परिवार के अन्य लोगों को टेमीफ्लू दवा दी गयी है वहीं स्वाइन फ्लू से युवक की मौत के बाद लखीमपुर खीरी के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने डाक्टरों की एक टीम युवक के घर भेजी। वहां मरीज के संपर्क में रहे लोगों को टेमी फ्लू दवा बांटी गई।
स्वाइन फ्लू और इन्फ्लूएंजा ए (H1N1) के बारे में जाने
स्वास्थ्य महानिदेशालय ने इस वर्ष प्रदेश में स्वाइन फ्लू से पहली मौत के बाद प्रदेश के सभी जिलों को हाई अलर्ट कर दिया है। खासकर एयरपोर्ट को विशेषतौर पर संदिग्ध मरीजों की जांच करने के लिए निर्देश दिए जा रहे हैं। स्वाइन इन्फ्लूएंजा एक संक्रामक सांस की बिमारी है जो कि सामान्य रूप से केवल सूअरों को प्रभावित करती हैं। यह आमतौर पर स्वाइन इन्फलूएंजा ए वायर के H1N1 स्ट्रेंस के कारण होता है। हालांकि इंसानों में स्वाइन फ्लू होना सामान्य नहीं है, मानवीय संक्रमण कभी-भी होते हैं। यह तभी होते हैं जब इंसान संक्रमित सूअरों के संपर्क में आता है।
स्वाइन फ्लू के लक्ष्ण
सुस्ती
बुखार
खांसी
सांस लेने में परेशानी