लखनऊ। उत्तर प्रदेश शासन ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधीन संचालित स्वायत्तशासी चिकित्सा संस्थाओं की लेखा परीक्षा निदेशक, स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग के स्थान पर अब महालेखाकार, उत्तर प्रदेश द्वारा सम्पादित कराये जाने का विचार लिया है।
शासनादेश जारी
अपर मुख्य सचिव वित्त, संजीव मित्तल ने इस आशय का शासनादेश जारी कर दिया है, जिसके तहत चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधीन संचालित किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ, संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान लखनऊ, सुपर स्पेशलिटी बाल चिकित्सालय एवं पीजी शैक्षणिक संस्थान नोयडा, राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोयडा, रिम्स सैफई इटावा, डा राम मनोहर लोहिया इन्स्टीट्यूट लखनऊ की लेखा परीक्षा अब निदेशक, स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग द्वारा नहीं की जायेगी।
सम्पादित करने के निर्देश
शासनादेश में संस्थाओं की नियमावली में लेखा परीक्षा सम्बन्धी प्राविधानों में जरूरी संशोधन करने एवं उनके द्वारा अपनी आन्तरिक लेखा परीक्षा नियमित रूप से सम्पादित करने के निर्देश दिये गये हैं।