लखनऊ। बच्चा अगर अंगूठा चूस रहा हो तो बहुत से लोग उसे लकी कहते हैं। ऐसा नहीं है यह भ्रम है। अगर बच्चा ऐसा कर रहा है तो बच्चे को जरूर रोकें। ऐसा करने से उसके दांतों की बनावट बिगड़ सकती है। यह जानकारी केजीएमयू में डेंटल इंप्लांट मेंटीनेंस विषय पर आयोजित कार्यशाला में दंत संकाय के डॉ. लक्ष्य कुमार ने दी।
मुंह से सांस लेना भी परेशानी की बात
कार्यशाला के आखिरी दिन डॉ. लक्ष्य यादव ने कहा कि कई बार बच्चे नाक के बजाए मुंह से सांस लेते हैं। इस लक्षण को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। सोते समय भी मुंह खुला होने से जबड़े की बनावट पर फर्क पड़ता है। जबड़ा छोटा-बड़ा हो सकता है। दांत बाहर की ओर आ सकते हैं। बड़ों में मुंह से सांस लेने से अंदर सूखापन आ जाता है। मसूढ़ों में सूजन भी आ सकती है। इससे बैक्टीरिया आसानी से पनप आते हैं। इसका नतीजा सह होता है कि मुंह से बदबू आने लगती है। डॉ. यूएस पाल ने बताया कि कार्यशाला में करीब 50 डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिलाया गया। कार्यक्रम में डॉ. मंयक सिंह, डॉ. अरूणेश कुमार भी थे।