लखनऊ। चिकित्सक स्वच्छता अभियान के लिए प्रेरणाश्रोत बने। रोग से बचाव चिकित्सा की अपेक्षा अधिक श्रेष्ठ है। इस मूल अवधारणा को स्वच्छता अभियान से जोड़कर जनजागरण के माध्यम से सफल बना जाए। प्रधानमंत्री के संकल्प एकल प्रयुक्त प्लास्टिक मुक्त भारत सफल बनाने में चिकित्सकों की महती भूमिका है।
गांधी जयंती को स्वच्छता सप्ताह मनाए जाने का निर्णय
उक्त बात विधायक सुरेश श्रीवास्तव ने बतौर मुख्य अतिथि कही। राजकीय आयुर्वेदिक कालेज एवं चिकित्सालय में निदेशक आयुर्वेद के निर्देश पर लाल बहादुर शास्त्री एवं महात्मा गांधी जयंती को स्वच्छता सप्ताह मनाए जाने का निर्णय लिया गया। कार्यक्रम के पहले दिन विधायक सुरेश श्रीवास्तव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। प्राचार्य और अधीक्षक और महाविद्यालय ने मुख्य अतिथि की स्वागत किया। इस अवसर पर महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के सभी चिकित्सक अधिकारी एवं कर्मचारियों तथा छात्र-छात्राओं द्वारा स्वच्छता शपथ ग्रहण किया गया। राजेन्द्र प्रसाद मेमोरियल सोसाइटी के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री नरेश चंद्रा ने भी स्वच्छता को लेकर अपने विचार व्यक्त किए।
पर्यावरण को स्वच्छ बनाये रखने का संकल्प
महाविद्यालय के प्राचार्य एवं अधीक्षक ने स्वच्छता अभियान में एकल प्रयास सामूहिक प्रयास तथा राष्ट्रीय प्रयासों के संदर्भ में चिकित्सालय कर्मियों की भूमिका विषय पर विचार रखे, चिकित्सालय परिसर को स्वच्छ तथा पर्यावरण को स्वच्छ बनाये रखने का संकल्प लिया। इस अवसर पर महाविद्यालय के अन्य चिकित्सा शिक्षकों द्वारा भी अपने विचार प्रकट किये गये। डा. विनोद कुुमार ने स्वच्छता अभियान की सफलता को राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं इसके सकल घरेलू उत्पाद पर होने वाले सकारात्मक प्रभाव के बारे में बताया। स्वच्छता अभियान को व्यक्तिगत प्रयासों को राजकीय प्रयासों के साथ जोडऩे से ही स्वच्छता अभियान को सफल बनाया जा सकता है। डा0 कमल सचदेवा ने कहा कि जलवायु एवं काल की स्वच्छता को जरूरी बताया ऐसा न होने पर इनका प्रदूषण होता है। जो कि असीम जनहानि पैदा करता है।
इन्होंने यह कहा
डॉ. संजीव रस्तोगी ने आयुर्वेद में सदैव शुचिता को अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान दिया यह शुचिता शारीरिक एवं मानसिक दोनों प्रकार की होनी चाहिए जोकि इस अभियान को सफल बनाने के लिए अतिआवश्क है। डॉ. अशोक दीक्षित ने स्वच्छता अभियान को गांधी जी के विचारों से प्रेरित बताते हुए आज के संन्दर्भ इसके महत्व को रेखांकित किया।
स्वच्छता अभियानों की असफलता पर चर्चा की
डॉ. शिखा शर्मा ने अपने स्वरचित कविता ‘शहर गली में चर्चा है स्वच्छता अभियानÓ के माध्यम से स्वच्छता को अपनी दिनचर्या में शामिल करने पर बल दिया। डॉ. पंकज सिंह ने भारतवर्ष में चलाए गए स्वच्छता अभियानों की असफलता के कारणों पर चर्चा की तथा इसकी सफलता के लिए जनसहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम के अन्त में डा. रेखा वाजपेयी के द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया।