डेस्क। मौसम जब अचानक से बदलता है तो हमारा शरीर इस परिवर्तन के लिए तैयार नहीं रहता है और इसी कारण जुकाम, बुखार, छींक, नाक बहना आदि कई परेशानियां हो जाती हैं। सर्दी और गर्मी के मौसम में बदलाव की वजह से अक्सर वायरल बुखार लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है। इस तरह के वायरल इंफेक्शन से बचाव के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
मौसम के बदलाव के समय आपको इन इफेक्शन्स से बचना चाहिए और साफ-सफाई का विशेष खयाल रखना चाहिए। कई बार जब हम बेमौसम की चीजों का सेवन करते हैं, जैसे गर्मियों की शुरुआत में ही खूब ठंडा पानी पीना, आइसक्रीम-कुल्फी खाना या बेमौसम के फल और सब्जियों का सेवन करना आदि तो भी वायरल रोगों का खतरा बढ़ जाता है। वातावरण में मौजूद वायरस एक-दूसरे में सांस के जरिये, छींकने से या खांसने पर ड्रॉप्लेट्स द्वारा फैलता है। इसे रेस्पिरिटरी इन्फेक्शन का वायरस कहते हैं।
लक्षण
गले में खराश और दर्द, जुकाम होना, आंखों में जलन, लाली और खुजली, सिर दर्द, तेज बुखार।