लखनऊ। केजीएमयू में अब गंभीर मरीजों को पहले खून देने की व्यवस्था की जा रही है। अभी गंभीर मरीज और सामान्य मरीजों के सैंपल एक साथ पैथोलॉजी भेजे जाते हैं। ऐसे में ब्लड के सैंपल की क्रॉस मैचिंग कर ग्रुप बताना और फिर खून देने की प्रक्रिया में समय लग जाता है।
कई बार ऐसा हो जाता है कि गंभीर मरीजों को ब्लड नहीं मिल पाता और तीमारदार परेशान होते हैं। ऐसे में इमरजेंसी के मरीजों को जल्द ब्लड मिल सके इसके लिए व्यवस्था की जा रही है।
प्रतिदिन पैथालॉजी में 250 ब्लड सैंपल
केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की अध्यक्ष डॉक्टर तूलिका चंद्रा ने बताया कि अभी दो विभागों से मरीजों के सैंपल अलग-अलग कर भेजे जा रहे हैं। अब दो और विभाग इससे जुडऩे जा रहे हैं और आगे और विभाग को जोड़ा जाएगा। अभी प्रतिदिन पैथालॉजी में 250 ब्लड के सैंपल भेजे जाते हैं। इससे पहले क्रॉस मैचिंग कराई जाती है और फिर इसके बाद ब्लड दिया जाता है।
ऐसे में इमरजेंसी में मरीजों को कई बार ब्लड के लिए इंतजार करना पड़ता है। नई व्यवस्था के बाद से इस प्रक्रिया से काम नहीं होगा। इमरजेंसी के मरीज पहले ब्लड पा सकेंगे। उनका खून का सैंपल भी खराब नहीं होगा और समय की बचत भी होगी।