लखनऊ। गुरुवार को मांगों को लेकर बिफरे प्रदेश के करीब 5000 फार्मासिस्टों ने लखनऊ के स्वास्थ्य महानिदेशक का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदेश भर के विभिन्न जिलों से आए फार्मासिस्टों ने घेराव करते हुए अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारे भी लगाए। धरने को संबोधित करते हुए वरिष्ठ उपाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष राजेंद्र पटेल, संघठन मंत्री आरपी सिंह ने कहा कि मांगों पर निर्णय होने तक आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन का नेतृत्व डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष संदीप बडोला, महामंत्री केके सचान ने किया।
ये है मांग
वेतन विसंगति दूर करने, पदों का पुनर्गठन, पद सर्जन, उपकेंद्र में पद सर्जन, भत्तों का पुनरीक्षण, पुरानी पेंशन बहाली, अनैतिक स्थान्तरण निरस्त करने सहित 14 सूत्रीय मांग है।
महानिदेशक ने लिया ज्ञापन, दिया आश्वासन
सुबह आठ बजे से ही महानिदेशालय पर फार्मासिस्ट का जत्था अपने जिलों के बैनर के साथ जोरदार नारों के साथ पहुंचने लगा। सुबह का 10 बजे तक बड़ी संख्या में फार्मासिस्ट ने महानिदेशालय को पूरी तरह घेर लिया। संघ के प्रवक्ता और राजकीय फार्मासिस्ट महासंघ के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि निदेशक प्रशासन की ओर से पहले धरने को रोकने का प्रयास किया गया परंतु फार्मासिस्ट की बढ़ती संख्या को देखकर उन्होंने धरने में व्यवधान उत्पन्न नही किया।
फार्मासिस्टों की नाराजगी देख महानिदेशक डॉ. पदमाकर सिंह ने दोपहर दो बजे फार्मासिस्टों के बीच पहुंचकर ज्ञापन लिया और फार्मासिस्टों को महानिदेशालय स्तर की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।
10 दिसंबर से बेमियादी हड़ताल की घोषणा
धरने को वरिष्ठ उपाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष राजेंद्र पटेल, संघटन मंत्री आरपी सिंह ने कहा कि मांगों पर निर्णय होने तक आंदोलन जारी रहेगा। तीन दिसंबर से आंदोलन का अगला चरण शुरू होगा और 10 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की जाएगी। इस अवसर पर मुख्यालय सचिव सुभाष श्रीवास्तव, प्रदेश उप सचिव निष्चल भटनागर, संप्रेक्षक शिव करण यादव, संगठन मंत्री कपिल चौधरी, मण्डलीय सचिव हेमन्त चौधरी और प्रदेश और जिलो के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।
इन्होंने दिया समर्थन
डीपीए उप्र के आह्वान पर प्रदेश के कोने-कोने से आए हुए जनपद शाखाओं के पदाधिकारियों को बधाई देते हुए महानिदेशालय व शासन की हठधर्मिता के कारण फार्मासिस्ट संवर्ग की समस्याओं का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। प्रदेश के समस्त फार्मासिस्टों ने अपनी चट्टानी एकता को दिखाते हुए महानिदेशालय का घेराव किया। राजकीय फार्मासिस्ट महासंघ के प्रदेश संयोजक व राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी फार्मासिस्ट संघ उप्र के प्रांतीय अध्यक्ष विद्याधर पाठक ने सभा को संबोधित करते हुए डीपीए की मांग को जायज मानते हुए समर्थन दिया।
https://youtu.be/Ryyi5zB_F7E