लखनऊ। स्तनपान सप्ताह के अवसर पर केजीएमयू के ब्राउन हॉल में पीडियाट्रिक्स विभाग द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम था “ An Update on Dhatri Amrit Kalash” (Milk Bank)। कार्यक्रम में केजीएमयू के कुलपति ने कहा कि आजकल जब सिर्फ 27 फीसदी मातायें ही अपने बच्चे को पर्याप्त दूध पिला पाती हैं और 45 फीसदी मातायें अपने बच्चे को छह माह तक दूध पिला पाती हैं, तो यह दुखद है।
दूध पिलाने वाली माताओं को दिया जाना चाहिये आहार
उन्होंने कहा कि चार माह पूर्व धात्री अमृत कलश (मिल्क बैंक) की स्थापना की गई थी जिसका संचालन सफलतापूर्वक हो रहा है। इसे एनएचएम और पाथ की मदद से पूरा किया गया। उन्होंने कहा कि गर्भवती माताओं और दूध पिलाने वाली माताओं को आहार दिया जाना चाहिये क्योंकि उनके स्वास्थ्य पर भी देश की भावी पीढ़ी का स्वास्थ्य निर्भर है। उन्होंने मिल्क बैंक की स्थापना के लिए एनएचएम और पाथ फाउण्डेशन की सराहना करते हुए इसके सफल संचालन के लिए डॉ माला कुमार, डॉ रेनू सिंह, डॉ शैली अवस्थी, डॉ शालिनी त्रिपाठी, डॉ शीतल वर्मा, डॉ अंशिका रस्तोगी एवं डॉ अर्पिता रस्तोगी, टेक्नीशियन जयेश शुक्ला को सफल संचालन की शुभकामनाएं दीं।
मिल्क बैंक की दो इकाइयां
इस अवसर पर पीडियाट्रिक्स विभाग की प्रोफेसर एवं कॉम्प्रिहेंसिव लैक्टेशन मैनेजमेंट सेंटर की नोडल अफसर डॉ माला कुमार ने मिल्क बैंक के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि करीब चार माह पुराने इस बैंक में अभी तक 75 माताओं ने 42 लीटर दूध दान किया है, 60 बच्चों को 25 लीटर दूध बैंक से उपलब्ध कराया गया है। डॉ. माला कुमार ने बताया कि इस मिल्क बैंक की दो इकाइयां हैं, एक ट्रॉमा सेंटर की 5वीं मंजिल पर स्थित है और इसका नाम कॉम्प्रिहेंसिव लैक्टेशन मैनेजमेंट सेंटर (सीएलएमसी) है, वहीं इसकी दूसरी इकाई लैक्टेशन मैनेजमेंट यूनिट (एलएमयू) है जोकि क्वीन मैरी हॉस्पिटल (मेटर विंग) की दूसरी मंजिल पर स्थित है।
इन्होंने कही ये बात
डॉ माला कुमार ने बताया कि सीएलएमसी पूर्ण रूप से कुशल टेक्नीशियन एवं कर्मचारियों के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। इस यूनिट को सीएलएमसी प्रबंधक, लैब टेक्नीशियन, स्वच्छता सहायक, लैक्टेशन काउंसलर सहित नोडल अधिकारी सीएलएमसी, प्रो माला कुमार, पीडियाट्रिक्स विभाग, डॉ रेणु सिंह, प्रसूति रोग विशेषज्ञ, डॉ शालिनी त्रिपाठी, पीडियाट्रिक्स विभाग और डॉ शीतल वर्मा, माइक्रोबायोलॉजी विभाग के सहयोग से सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है।
सिस्टर रमा शुक्ला प्रथम
इस अवसर पर उप कुलपति प्रो मधुमति गोयल, डीन, मेडिसिन डॉ विनीता दास, पीडियाट्रिक्स विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ शैली अवस्थी, नेशनल हेल्थ मिशन, चाइल्ड हेल्थ के जनरल मैनेजर डॉ वेद प्रकाश ने मिल्क बैंक के संचालन पर शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम से पूर्व एक स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया था, जिसमें सिस्टर रमा शुक्ला को प्रथम, सिस्टर भारती को द्वितीय और सिस्टर अंजू बालू को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के समापन पर पीडियाट्रिक्स विभाग के प्रो एसएन सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।