एयर पॉल्यूशन से हार्ट अटैक की समस्या बढ़ जाती है : डॉ गुलेरिया
लखनऊ। हम अपने जीवनशैली में बदलाव करके कई बीमारियों से दूर रह सकते हैं। वैसे भी भारत की 90 फीसदी आबादी विटामिन डी की कमी से परेशान है। ऐसे में अगर हम साल में 40 दिन, 40 मीनट शरीर के 40 प्रतिशत अंगों को सूर्य की धूप में खुला रखें तो बीमारियों से बच सकते हैं। उक्त बातें केजीएमयू के कुलपति थर्ड एसीपी इंडिया चैप्टर के दूसरे दिन कहीं।
उज्ज्वला योजना कारगर
वहीं एम्स नई दिल्ली के निदेशक डॉ. रनदीप गुलेरिया ने एयर पॉल्युशन और फेफड़े की बीमारियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि दो तरह के एयर पॉल्युशन हैं, एक घर के अंदर और एक घर के बाहर सेंट्रल इंडिया के 60-70 प्रतिशत आबादी के घरों कर रसोई घर में चूल्हे का इस्तेमाल होता है तथा इनके घरों में उचित वेंटिलेशन का अभाव है।
ऐसी अवस्था में घर के सदस्यों खास तौर पर महिलाओं और बच्चों में खासी, ब्रोंकाइटिस, स्वांस की बीमारियों एवं बच्चों में निमोनिया आदि की परेशानिया होने लगती हैं। एयर पॉल्यूशन की वजह से दमा, ब्रोंकाइटिस सांस की नली में सूजन, खून की नली सिकुडऩे लगती हैं, हार्ट पर असर पड़ता है, हार्ट अटैक की समस्या बढ़ जाती है। सिगरेट एवं बढ़े कोलेस्ट्रॉल के साथ एयर पॉल्यूशन भी हार्ट के लिए खतरनाक है। घर के अन्दर के पॉल्यूशन को कम करने में सरकार द्वारा संचालित उज्ज्वला योजना कारगर है। किसानों को पुआली जलाने से रोकना होगा, सरकार द्वारा इसके लिए भी विभिन्न इंसेंटिव दिया जा रहा है।
20 सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में 14 भारत का
वहीं केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत ने बताया कि विश्व के 20 सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में 14 भारत का है। कानपुर पहले एवं लखनऊ सातवें स्थान पर है। वायु प्रदूषण रोकने के लिए पौधरोपण करना होगा, सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान रोकना होगा। कार्यक्रम के पैनल डिस्कशन में अमेरिका, यूके, बुल्गारिया, जापान, बांग्लादेश के विशेषज्ञ शामिल हुए। डॉ. थॉमस कुनी ने बताया हेल्थ केयर की लागत लगातार बढ़ रही है। इसको कैसे कम किया जाए। यूएस में ज्यादातर लोगों के पास हेल्थ इंसोरेंस है जिसकी वजह उन्हें अपनी बीमारी पर अपने पॉकेट मनी से खर्च नही करना पड़ता है। जापान, बुल्गारिया, यूके में हेल्थ केयर सरकार द्वारा दिया जाता है।