लखनऊ। देश में मंगलवार को यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य जागरुकता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर शहर के विभिन्न इलाकों में लगभग 2 दर्जन किशोर-किशोरियों से बात की गयी। आज के किशोर-किशोरियां यौन स्वास्थ्य पर खुलकर बात कर रहे हैं। उन्हें यौन स्वास्थ्य के बारे में जानकारी स्कूल, कॉलेज, नेट, सेमिनार व किताबों के माध्यम से मिली है। किशोरियां मासिक धर्म पर अनजान व्यक्ति से बात करने में हिचकती नहीं हैं, खुलकर बात करती हैं। उन्हें इस बात की जानकारी है कि मासिक धर्म के दौरान पौष्टिक भोजन का सेवन करना चाहिए। इन दिनों के दौरान जो भ्रांतियां हैं, वे इनको अर्थहीन मानती हैं और परिवार वालों के द्वारा इन भ्रांतियों को मानने के लिए उन पर दबाव भी नहीं बनाया जाता है।
शारीरिक संबंध बनाने के दौरान स्वच्छता जरूरी
युवा किशोर भी अपनी बातों को लेकर खुलकर सामने आए। मासिक धर्म पर भी उन्होंने बात की। वे मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों के बारे में जागरूक हैं। मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता पर भी उन्होंने विचार रखे कि यह जरूरी है क्योंकि इससे संक्रमण फैलता है। 19 वर्षीय किशोर ने यौन स्वास्थ्य के संबंध में बताया कि शारीरिक संबंध बनाने के दौरान स्वच्छता जरूरी है क्योंकि इससे यौन संचारित बीमारियां फैलती हैं।
17 वर्षीय किशोरी ने बताया कि मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता बहुत ही जरूरी है। वे मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों को बिल्कुल भी नहीं मानती है और इन भ्रांतियों को मानने के लिए उनके परिवार वालों के द्वारा उनके ऊपर कोई दबाव भी नहीं बनाया जाता है।
जिलों में अडोलसेंट फ्रंडली हेल्थ क्लिनिक
दुनिया में किशोरों की आबादी का सबसे बड़ा हिस्सा 253 मिलियन भारत में है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने भारत की आबादी के 21 प्रतिशत, को स्वास्थ्य और विकास आवश्यकताओं को संबोधित करने के उद्देश्य के साथ 7 जनवरी 2014 को राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यकम (आरकेएसके) की शुरुआत की। इसके तहत जिलों में अडोलसेंट फ्रंडली हेल्थ क्लिनिक चल रहे हैं। उच्च प्राथमिकता वाले 25 जिलों में ब्लाक स्तर पर भी अडोलसेंट फ्रंडली हेल्थ क्लिनिक चल रहे हैं। इन क्लिनिक्स पर प्रशिक्षित परामर्शदाता रखे गए हैं।
साथिया एप भी लांच
एमएचएस (मेन्स्त्रुअल हायजीन स्कीम) अर्थात किशोरी सुरक्षा कार्यक्रम 13-19 वर्ष तक की स्कूल जाने वाली सभी किशोरियों को अपर प्राइमरी स्कूल में सेनेटरी नैपकिन्स का वितरण किया जाता है। इसके अलावा साथिया एप भी लांच किया गया है जिसके अंतर्गत किशोर-किशोरी यौन व प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।