लखनऊ। प्रयागराज को चौथी बार फिर एक बड़ा सम्मान मिला है। जिले के स्वास्थ्य विभाग को यह पुरस्कार पुरुष नसबंदी और महिला नसबंदी के अधिकाधिक मामलों को करने पर दिया गया है। इस उपलब्धि पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जनपद की स्वास्थ्य विभाग की टीम और जीएचएस को बधाई दी है।
हरित सक्सेना और विनोद कुमार को पुरस्कार
उत्तर प्रदेश में शानिवार को समुदाय के मध्य स्वास्थ्य के संबंध में जागरुकता के लिए परिवार कल्याण, मातृ स्वास्थ्य एवं सामुदायिक प्रेरकों को सम्मानित किया गया। यह सम्मान उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से राजधानी लखनऊ में परिवार एवं कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने एक समारोह के दौरान दिया। गत वर्ष 2018-19 में विश्व जनसंख्या दिवस (डब्लूपीडी) के दौरान 11 जुलाई से 24 जुलाई तक अभियान चला। इस दौरान प्रयागराज में अन्य जनपदों के मुकाबले एनएसवी (नॉनस्काल्पेल वेस्क्टोमी), एफएसटी (फीमेल स्टरलाईजेशन) और आईयूसीडी (इंट्रा यूरेटाईन डिवाइस) के सर्वाधिक मामले देखे गये। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अभियान के दौरान जनपद में 252 एनएसवी, 1089 एफएफटी और 2200 आईयूसीडी हुई।
जानकारी के मुताबिक जिले में एनएसवी और एफएफटी के सर्वाधिक मामले करने में प्रयागराज को चौथी बार सफल रहा है। जनपद की ओर से एसीएमओ आरसीएच सतेन रॉय, मंडल कार्यक्रम मैनेजर हरित सक्सेना और जिला कार्यक्रम अधिकारी विनोद कुमार ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।