लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं और बेहर की जा रही हैं। यहां अस्पताल में अब जल्द ही पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट खोलने का फैसला किया गया है। अस्पताल प्रशासन ने इसके लिए प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। इस संबंध में अस्पताल के निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने बताया कि 10 बेड के पीआईसीयू का प्रस्ताव भेजा है।
मंजूरी मिलते ही किया जाएगा संचालन
बलरामपुर अस्पताल ने एक्यूट इनसेफेलाइट सिंड्रोम (एईएस) और जापानी इनसेफेलाइटिस (जेई) से पीडि़त गंभीर बच्चों के इलाज के लिए पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट खोलने का फैसला किया है। अस्पताल प्रसाशन द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही वेंटिलेटर समेत अन्य उपकरणों की खरीद कर इस यूनिट का संचालन किया जाएगा। निदेशक ने बताया कि पीआईसीयू का निर्माण एसएस ब्लॉक में आईसीयू के पास किया जाएगा।
एईएस के पांच मरीज भर्ती
गौरतलब है कि बलरामपुर अस्पताल के बाल रोग विभाग में 30 बेड हैं। यहां एईएस के पांच मरीज भर्ती हैं। डॉक्टरों का कहना है कि एईएस पीडि़त बच्चों की हालत गंभीर होने पर उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत होती है। वेंटिलेटर न होने पर उन्हें केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर रेफर किया जाता है। वहां बेड खाली न होने पर तीमारदार बच्चे को लेकर भटकते हैं। इसे देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने पीआईसीयू शुरू करने का फैसला लिया है।