लखनऊ। ‘किशोरी बालिकाओं में एनीमिया के विरुद्ध पोषण अभियानÓ के नारे के साथ पोषण पखवाड़े का शुभारंभ हुआ और सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों व उपकेन्द्रों पर किशोरी दिवस मनाया गया। जिले के नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम डॉ. एके दीक्षित ने बताया कि आज सभी शहरी व ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों व उपकेन्द्रों पर किशोरी दिवस का आयोजन किया जा रहा है।
इस अवसर पर किशोरियों की लंबाई, वजन व खून की जांच की जायेगी। जिन किशोरियों का हीमोग्लोबिन 11ग्राम/डेली से कम निकलेगा उन्हें आयरन की दो गोलियां दी जाएंगी और जिनका 7 ग्राम/डेली से कम होगा उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भेजा जाएगा। सभी किशोरियों का हेल्थ कार्ड बनेगा और उनका बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) की गणना की जाएगी।
दिया जाएगा परामर्श
डॉ. दीक्षित ने कहा कि आज किशोरी दिवस पर किशोरियों में खून की जांच कर कुपोषण की पहचान की जाएगी। इसके साथ ही साथ किशोरियों को एनीमिया की रोकथाम के लिए खान पान के संबंध में भी आशा, एएनएम व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा परामर्श दिया जाएगा कि आयरन की गोलियों को वे दूध व चाय के साथ न लें बल्कि इन्हें विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ जैसे नींबू पानी, आंवला या संतरे के साथ लें। इससे शरीर में लौह तत्वों का अवशोषण बढ़ जाता है।
भोजन में हरी साग सब्जियां जैसे पालक, बथुआ, सरसों के साथ साथ गुड़ का सेवन करने की सलाह दी जाएगी। डॉ. दीक्षित ने कहा कि स्कूल न जाने वाली किशोरियां प्रात:कालीन सत्र में व स्कूल जाने वाली किशोरियां दोपहर के बाद प्राथमिक स्वस्थ्य केन्द्रों/ उपकेन्द्रों पर आयें। इनका भी हैल्थ कार्ड बनेगा।