डेस्क। क्या आप छोटे बच्चों को गोद में खिलाते हैं, आप का जवाब होगा हां। लेकिन आप बच्चों को गोद में खिलाते कैसे हैं सवाल यह है। आपको पता है कि गोद में खिलाने से बच्चे को गंभीर चोट लग सकती है।
इसे कहते हैं शेकेन बेबी सिन्ड्रोम। जो छोटे बच्चों को तेज से गोद में लेकर तेजी से हिलाने पर हो सकता है।
आपने अकसर छोटे बच्चों को हवा में उछालते देखा होगा। मगर ऐसा करने से बिलकुल बचना चाहिए। अगर आपका बच्चा 0-2 साल की उम्र का है, तब तो भूलकर भी नहीं। इन बच्चों का दिमाग और शरीर के नाजुक अंग बेहद कोमल होते हैं।
डॉक्टरों के मुताबिक उन्होंने भी इससे सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि अकसर लोग बच्चों को हवा में उछाल देते हैं, जिससे उनके दिमाग पर असर होने के साथ ही हर्निया होने का भी खतरा रहता है। साथ ही उन्हें जोर से हिलाने से बचना चाहिए।
कुछ लोग बच्चों के सिर पर मालिश करते समय जोर-जोर से सिर को ठोंकते हैं और सिर के अगले हिस्से में लेप वगैरह लगा देते हैं जो भूलकर भी नहीं करना चाहिए। 5 साल की उम्र तक के बच्चों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। आपको लगता होगा कि बच्चे के सिर पर तेज मालिश या हवा में उछालने से कुछ नहीं हुआ लेकिन इसका असर बात में दिखाई देता है। इसका असर होने की सूरत में बच्चे का उल्टी करना, चेहरे का नीला होना, हद से ज्यादा चिड़चिड़ापन या सोकर उठने में देरी होना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।