डेस्क। साइनस का संक्रमण जब आपको घेर लेता है तो सिरदर्द की शिकायत बनी रहती है। यह हमारे सिर में हवा भरी हुई कैविटी होती है। इससे होता यह है कि सिर को हल्कापन व सांस वाली हवा की नमी को युक्त करते हैं।
जब नाक व साइनस का संक्रमण होता है तो इसका लक्षण आंखों पर और माथे पर महसूस होता है। सिरदर्द आगे झुकने व लेटने से बढ़ जाता है। कई बार तो नाक बंदए थकानए सर्दी के साथ बुखारए चेहरे पर सूजन व नाक से पीला या हरे रंग का रेशा भी गिरता है। इसे साइनोसाइटिस कहते हैं। इसका उपाय तो सर्जरी है लकिन यह कारगर साबित नहीं होता है।
जानें घरेलू उपचार
आप 300 एमएल गाजर का रस, 100 एमएल चुकंदर का रस, 200 एमएल पालक का रस और 100 एमएल ककड़ी का रस रोज पिएंगे तो आपको जरूर फायदा होगा। एक चम्मच मेथी के बीज को पानी के एक कप के साथ उबाल लें। इसको पांच मिनट तक अच्छे से उबालकर छान लें। यह चाय एक बार हर रोज जरूर पीना चाहिए। छोटा प्याज और लहसुन कूंटकर एक साथ पानी में उबालकर भाप लेने से साइनस के सिरदर्द में लाभ होता है। साथ ही गर्म कपड़ा या फिर गर्म पानी की बोतल गालों के ऊपर रखकर सिकाई करनी चाहिए। यह लगभग एक मिनट के लिए दिन में तीन बार करनी चाहिए। इससे काफी आराम मिलता है। यूकलिप्टस तेल की कुछ बूंदों के साथ पानी का आधा कप उबाल लें और स्टीम लें। इसके लक्षण को कम करने के लिए लहसुन, प्याज, सहिजन, काली मिर्च और अदरक पड़ा को गरम पीने से लाभ होता है। इसके दर्द को कम करने के लिए आप एक पैक बनाए जिसमें कमल जड़, अदरक और आटा मिला हो। इसे रात भर अपनी नाक और माथे पर लगाएं रखें और सुबह होते ही उसे गर्म पानी से धो लें। इस मिश्रण को लगाने से बलगम आपकी नाक की छड़ी में नहीं चिपकेगा, इस प्रकार, संक्रमण का जोखिम कम हो जाता है। यह घरेलू उपाय सर्दियों में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।