लखनऊ। केजीएमयू में कर्मचारियों की हुई भर्ती को लेकर छह कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया है। यह भर्ती 94 पदों पर साल 2004-05 में हुई थी। कर्मचारियों को नोटिस देकर रजिस्ट्रार राजेश कुमार राय ने दो दिन में जवाब मांगा है। भर्ती में हुए घपलों को लेकर तत्कालीन मंडलायुक्त प्रशांत त्रिवेदी की जांच रिपोर्ट पर कार्यपरिषद ने कार्रवाई के निर्देश भी दिए थे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
केजीएमयू प्रशासन हरकत में आया
वहीं रजिस्ट्रार द्वारा जारी किए गए पत्र में लिखा है कि उस समय यह कर्मचारी मीटिंग सेक्शन में तैनात थे लेकिन इन्होंने उच्चाधिकारियों को कार्यपरिषद के फैसले से अवगत नहीं करवाया। फिलहाल मामले की राजभवन व शासन में फिर से शिकायत होने के बाद केजीएमयू प्रशासन हरकत में आया है।
यह हुआ था
केजीएमयू में वर्ष 2004-05 में कर्मचारियों के 94 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया। विज्ञापन से लेकर नियुक्तियों तक में गड़बडिय़ां पाई गईं। इसके बाद मामले की जांच करवाने के निर्देश दिए गए। तत्कालीन मंडलायुक्त प्रशांत त्रिवेदी ने इसकी जांच की तो 28 अगस्त 2012 में इसे कार्यपरिषद में रखने के निर्देश हुए और वर्ष 2013 में कार्यपरिषद में इसे रखकर दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
मगर इसके बाद से लेकर आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब मामले की फिर से शिकायत होने के बाद रजिस्ट्रार राजेश कुमार राय की ओर से उन कर्मचारियों को नोटिस जारी की गई जो वर्ष 2013 में मीटिंग सेक्शन में तैनात थे।