लखनऊ। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद राज्य स्तर से तीन चिकित्सीय दल बरेली और बदांयु पहुंच चुके हैं। यह दल दोनों जिलों के स्वास्थ्य एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर बुखार के नियंत्रण के लिए अधिकारियों द्वारा पूर्व में की गई निरोधात्मक एवं उपचारात्मक गतिविधियों को और व्यापक रूप से करना शुरू कर दिया है। भारत सरकार की ओर से एक पांच सदस्यीय चिकित्सीय दल रविवार को बरेली पंहुच गया है। केंद्र की ओर से बनाए गए चिकित्सकीय दल में जीओआई टीम, डॉ. अशोक तलियान, डॉ.अखिलेश्वर, डॉ. श्वेता, डॉ. अभय, सुभाष शर्मा बरेली पहुंचे हैं।
यह हो रहा काम
दोनों दल जिलों के सभी ब्लाकों के सभी ग्रामों में कैम्प लगाकर रैपिड डायग्नॉस्टिक किट्स से जांच कर रहे हैं और जरूरी दवाइयों का वितरण कर रहे हैं। वहीं आशा कार्यकत्रियों द्वारा फीवर ट्रैकिंग के माध्यम से ज्वर के रोगियों की खोज की जा रही है और ज्वर रोगियों की जांच कराते हुये दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं। ज्वर रोगी के परीक्षण के बाद मलेरिया पुष्ट हाने की स्थिति में प्रत्येक रोगी के घर एवं उसके आस-पास के 50 घरों में फोकल स्प्रे एवं घरों के बाहर पूरे क्षेत्र में फॉगिंग एवं लार्वीसाईडल स्प्रे का काम कराया जा रहा है।
पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध दवाइयां
बताया गया है कि दोनों जिलों में रैपिड डायग्नॉस्टिक किट व दवाइयों व कीटनाशक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है इसके साथ ही जन-समुदाय में बचाव एवं उपचार के सम्बन्ध में जागरुकता के लिए स्वास्थ्य शिक्षा का कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। राज्य स्तर से भी रैपिड डायग्नॉस्टिक किट एवं दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं।