लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई में तीसरा यंग हेमेटोलॉजिस्ट्स ओरियन्टेशन प्रोग्राम का दो दिवसीय आयोजन का समापन रविवार को हो गया। इस बारे में डॉ सोनिया नित्यानंद ने ब्लड कैंसर पर जानकारी दी। डॉ सोनिया ने ए प्लास्टिक एनीमिया के बारे में अपना व्याख्यान दिया।
डॉ. सोनिया ने यह बात कही
डॉ. सोनिया ने चिकित्सकों को सॉफ्ट स्किल के साथ मरीज का उपचार करने की सलाह देते हुए बताया कि जिस मरीज को ब्लड कैंसर की शिकायत है और वह बिल्कुल मरणासन्न स्थिति में है तो मरीज के साथ उसके परिजनों से भी किस तरह बात की जाये, उन्हें कैसे पॉजिटिव रखा जाये इसके लिए इस बारे में ध्यान रखना चाहिये। उनके साथ किस प्रकार का व्यवहार किया जाए, यह भी ध्यान में रखना होगा।
छात्रों को दी महत्वपूर्ण जानकारियां
ओरियन्टेशन प्रोग्राम के दूसरे दिन कोलकाता के प्रो. मेमेन चांडी, मुम्बई के प्रो. नवीन खत्री ने देश भर से आये यंग चिकित्सकों को विभिन्न विषयों के बारे में बताया। इसके अलावा दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के बृज अजय शर्मा ने बताया कि बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट की स्थापना के लिए क्या-क्या करना चाहिये। वड़ोदरा से आयी डॉ. सीमा भटवाडेकर और एसजीपीजीआई के प्रो. राकेश अग्रवाल ने भी चिकित्सक छात्रों को महत्वपूर्ण जानकारियां दी। दो दिवसीय इस ओरियन्टेशन प्रोग्राम का आयोजन हेमेटोलॉजी विभाग द्वारा हेमेटोलॉजी फाउंडेशन के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम की आयोजक विभागाध्यक्ष प्रो. सोनिया नित्यानंद के नेतृत्व में डॉ. वीरेन्द्र यादव, डॉ. अंशुल गुप्ता, डॉ. रुचि, डॉ. के रहमान, डॉ. दिनेश सहित विभाग की पूरी फैकल्टी ने अपना सहयोग दिया।
दो विंग कर रही काम
एसजीपीजीआई में हेमेटोलॉजी विभाग की दो विंग कार्य कर रही हैं, एक क्लीनिकल हेमेटोलॉजी विंग जिसमें डॉक्टर मरीज को देखते हैं और सलाह देते हैं तथा दूसरी विंग लैब हेमेटोलॉजी विंग, इस विंग में पैथोलॉजिस्ट ब्लड कैंसर वाले मरीजों की जांच करते हैं।