लखनऊ। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बुधवार को अपने सरकारी आवास पर विश्व जनसंख्या दिवस पर जागरुकता रैली को झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह जागरुकता रैली मुख्यमंत्री आवास से 1090 चौराहे तक किया गया। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते उन्होंने बढ़ती जनसंख्या के खतरे से लोगों को आगाह करते हुए उसके नियंत्रण पर बल दिया। वहीं इस दौरान उन्होंने जनसंख्या स्थिरता पखवारा का भी शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश में प्रतिवर्ष 1 ऑस्ट्रेलिया पैदा हो जाता है जबकि भारत का क्षेत्रफल ऑस्ट्रेलिया से बहुत कम है।
समाज में असंतुलन
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जनसंख्या वृद्धि जैसे महत्वपूर्ण विषय पर जनसामान्य को जागरूक किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के कारण ही समाज में असंतुलन आ गया है। इसको समाप्त करने के लिए समाज के सभी वर्गों की सहभागिता जरूरी है।
इसके लिए जनसंख्या नियंत्रण जरूरी
सीएम ने कहा कि आम लोगों को बेहतर शिक्षा, चिकित्सा, शुद्ध पेयजल, स्वच्छ वातावरण, अच्छी सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं मिल सके इसके लिए जनसंख्या नियंत्रण जरूरी है। कुपोषण मुक्त समाज की स्थापना के लिए आवश्यक है कि जागरुकता कार्यक्रम को जन-जन तक पहुंचाने के लिए गोष्ठियों का आयोजन किया जाए।
सभी को मिलकर प्रयास करना होगा
उन्होंने कहा कि अगर 2023-24 तक बढ़ती हुई जनसंख्या पर रोक नहीं लगी तो देश में खाद्य संकट पैदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का मकसद परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के साथ लोगों को जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरुक करना है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए सभी धर्मों के लोगों को मिलकर प्रयास करना होगा।
हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत
कार्यक्रम के अन्त में मुख्यमंत्री ने हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की, जिस पर लोगों ने हस्ताक्षर कर प्रदेशवासियों को स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन उपलब्ध कराने के लिए संकल्प लिया।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर परिवार कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’, परिवार कल्याण राज्य मंत्री स्वाती सिंह, चिकित्सा व स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रशान्त त्रिवेदी सहित अन्य नागरिक उपस्थित थे।
5000 से अधिक छात्र और छात्राओं ने लिया भाग
रैली में स्वास्थ्य विभाग के हजारों कार्यकर्ताओं के साथ विभिन्न स्कूलों तथा पैरामेडिकल संस्थानों के 5000 से अधिक छात्र और छात्राओं ने भाग लिया। रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि स्वास्थ विभाग ने परिवार नियोजन के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया है और इसको और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि देश के नागरिकों को भी इस बारे में सोचने की आवश्यकता है कि देश की आबादी एक अरब 30 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है और यह देश अब अपने संसाधनों पर और अधिक भार वहन नहीं कर सकता है। रैली का समापन 1090 चौराहे पर हुआ, जहां नुक्कड़ नाटक के प्रदर्शन के द्वारा परिवार नियोजन के बारे दिलचस्प तरीके से जानकारी दी गई। सभी प्रतिभागियों को स्वल्पाहार का वितरण भी किया गया।