
ये है मांग
यह इस लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए बहुत दुखद है नर्सेज का कई सालो से उनका हक, अधिकार छीना जा रहा है तथा उनका शोषण किया जा रहा है अगर निम्न मांगों
1 नर्सेज के नए पद नाम को लागू करना
2 हायर शिक्षा भत्ते के बकाये का भुगतान कराना
3 – 7 वे वेतनमान के भत्तो को दिलाना
4 – 7वे वेतनमान के फिक्सेशन को ठीक कराना
5 नए 500 नर्सेज की नियमित भर्ती कराना
6 आउटसोर्सिंग स्टाफ को समान कार्य समान वेतन दिलाना
7 स्पेशल एरिया भत्ता का कुल नर्सेज की संख्या का 35% नर्सेज को दिलाना व वेतन पर्ची में दर्शाना
इन प्रमुख मांगों का समाधान के लिए बीस जून से 26 जून तक को रोज शाम को कैंडिल मार्च किया जाएगा|
ESMA की आड़ में शोषण
अगर फिर भी मांगो का समाधान नही होता है तो एसोसिएशन आंदोलन तेज करेगा। संस्थान प्रबंधन, उत्तर प्रदेश शासन , सरकार एसेंशियल सर्विसेज देने वाले कर्मचारियों का ESMA की आड़ में शोषण, अधिकारों का हनन किया जा रहा है जो कि असंवेधानिक है आवश्यक सेवा देने बाले कर्मचारियों का इस तरह शोषण नही करना चाहिए उनकी समस्याओं का प्राथमिकता से लेना चाहिए।संस्थान अपर निदेशक, जो शासन चिक्तश शिक्षा के विशेष सचिव भी है जिन्होंने एसोसिएशन से वार्ता के लिए बुलाया तथा आंदोलन को अगर तेज किया गया तो वह एसोसिएशन के पदाधिकारियों पर एक्शन लेने की धमकी दी और कहा कि उत्तर प्रदेश शासन स्तर पर आपकी मांगो का समाधान नही किया जा रहा है|