लखनऊ। एम्स के समतुल्य सभी संवर्ग के कर्मचारियों के पुनर्गठन और नियमावली 2011 के संशोधन की मांग उठायी है। यह मांग कर्मचारी महासंघ पीजीआई ने उठाई है।
पुनर्गठन में भारी अनियमितताएं
महासंघ की अध्यक्ष सावित्री सिंह का कहना है कि संस्थान में अलग-अलग संवर्ग के पुनर्गठन में भारी अनियमितताएं हैं। इनका पुनर्गठन गलत तरीके से एम्स के समतुल्य न होकर इस संवर्ग के कर्मचारियों ने सिफारिश और जुगाड़ के बूते पुनर्गठन करा लिया। अधिकारियों को दिए गए ज्ञापन में कहा कि नए सिरे से पड़ताल कर सभी संवर्ग का नए सिरे से पुनर्गठन किया जाए।
इस पर की वार्ता
इस दौरान अधिकारियों से नियमावली के संशोधन के मुद्दे पर वार्ता की गई। इसमें नेताओं ने कहा कि नियमावली संशोधन होने पर वेतनमान, महंगाई भत्ते के अलावा समूहों का वर्गीकरण, पदोन्नतियां आदि का लाभ एम्स के तुरन्त बाद पीजीआई के कर्मचारियों को मिलने लगेगा।
यह मांग
एसोसिएशन की अध्यक्ष सावित्री सिंह और नर्सिंग संगठन की अध्यक्ष सुनीता सिंह समेत दर्जन भर कर्मचारी नेताओं ने संस्थान के अपर निदेशक जयंत नार्लेकर, संयुक्त निदेशक डॉ. उत्तम सिंह और सीएमएस डॉ. अमित अग्रवाल से वार्ता कर ज्ञापन सौंपा था। इसके अलावा नेताओं ने निलंबित एक कर्मचारी के जल्द बहाली की मांग की।
ये रहे मौजूद
वार्ता के दौरान कर्मचारी कौशल चौरसिया, एसपी यादव, अजय श्रीवास्तव, श्वेता दीक्षित, अशरफ बेग, प्रदीप राणा, दिलीप सिंह के अलावा रेखा मिश्रा, चंद्रप्रभा व संगीता मिश्रा ने मिलकर संवर्ग पुनर्गठन की मांग उठायी। नेताओं ने कहा कि छह माह में उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वो दीक्षांत समारोह का बहिष्कार करेंगे।