
स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त करना प्रत्येक मनुष्य का अधिकार
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने आज यहां किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के 15वें दीक्षान्त समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त करना प्रत्येक मनुष्य का अधिकार है। देश की अधिकांश जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है, जो जानकारी के अभाव में मंहगे इलाज होने की वजह से चिकित्सा विज्ञान की प्रगति का पूरा लाभ नहीं उठा पा रहा है। इन्हें चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने में हमारे चिकित्सकों को विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों एवं वृद्धों पर अत्यधिक ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी प्राचीन संस्कृति भी उस समाज की स्थापना करने के लिये कहती है, जहां सभी सुखी हों एवं सभी निरोग हों।
44 मेडिकल के विद्यार्थियों को मेडल

बच्चों के मन से पुलिस को डर का भाव खत्म करना होगा
उन्होंने कहा कि मैं जहां भी जाती हूं, प्राथमिक के बच्चों को कार्यक्रम में जरूर बुलाती हूँ। इसका कारण है कि उन्हें ऐसे भव्य कार्यक्रम को जरूर देखना चाहिए। इससे उनमें आगे बढ़ने की ललक पैदा होगी। आखिर वही देश के कर्णधार हैं। इस अवसर पर बुलाए गये सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चों की तरफ इंगित करते हुए कहा कि इनमें कल्पना का भाव पैदा करना बहुत जरूरी है। राज्यपाल ने कहा कि कुछ लोग हमारे थाने का निरीक्षण करने पर भी सवाल उठाते हैं। मैं थाने जाकर यह देखती हूं कि वहां के पुलिस कर्मियों को देखकर बच्चे भयभीत होते हैं। बच्चे पुलिस थाने में नहीं जाना चाहते। यदि बच्चे पुलिस से डरेंगे तो बाल अपराध कैसे दूर हो सकता है। बच्चों के मन से पुलिस को डर का भाव खत्म करना होगा। उन्होंने मेडिकल के विद्यार्थियों से कहा कि मैं अपेक्षा करती हूं कि आप दहेज, बाल विवाह जैसी कुरीतियों काे भी दूर करेंगे। उन्होंने कहा कि आज महिलाओं में जागरुकता बढ़ी है।
पचास प्रतिशत मर्ज डॉक्टर के व्यवहार से ही ठीक हो जाता है
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि इस विश्वविद्यालय का अपना एक इतिहास रहा है। यहां से अब तक 30 हजार से भी ज्यादा छात्र डॉक्टर बनकर निकले हैं। आज इसकी गरिमा बनाये रखने के लिए जरूरी है कि डॉक्टर व्यवहार कुशल हों और मरीजों के साथ सहिष्णुता से पेश आएं। पचास प्रतिशत मर्ज डॉक्टर के व्यवहार से ही ठीक हो जाता है। इस अवसर पर प्रोफेसर बलराम भार्गव, कुलपति और काफी संख्या में मेडिकल कालेज के प्रोफेसर आदि मौजूद रहे।