लखनऊ। प्रदेश के होम्यापैथिक मेडिकल कॉलेजों में छात्रों को स्टाइपेंड नहीं मिला है। इससे छात्रों में काफी रोष है। गौरतलब है कि होम्योपैथिक मेडिकल कालेजों में एमडी (होम्यो) छात्रों को 11 माह पहने ही प्रवेश मिल चुका है। इससे छात्रों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्टाइपेंड के लिए छात्र शासन और अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं।
सिर्फ आश्वासन मिल रहा
लखनऊ और प्रयागराज के होम्योपैथिक मेडिकल कालेजों में केंद्र सरकार एवं केंद्रीय होम्योपैथी परिषद के अनुमति के बाद लखनऊ में 18 और प्रयागराज में 10 छात्रों का एमडी (होम्यो) में पाठ्यक्रम में नवंबर 2018 में प्रवेश हुआ था। इस संबंध में छात्रों ने सरकार से कई बार अनुरोध भी किया है, परंतु अभी उन्हें केवल आश्वासन ही मिल रहा है। आयुष मंत्री से भी कई बार छात्र स्टाइपेंड की मांग कर चुके हैं। शासन में उनकी फाइल अटकी हुई है।
स्टाइपेंड दिए जाने की मांग
केंद्रीय होम्योपैथी परिषद के पूर्व सदस्य डॉ. अनुरूद्ध वर्मा ने बताया कि अन्य चिकित्सा पद्धतियों जैसे आयुर्वेद, यूनानी एवं एलौपैथी पद्धति के एमडी में अध्यनरत छात्रों को स्टाइपेंड दिए जाने की व्यवस्था है। उन्होंने सरकार से प्रदेश के होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेजों में एमडी छात्रों को दूसरी पद्धति के छात्रों की तरह ही जल्द स्टाइपेंड दिए जाने की मांग की है।