लखनऊ। अगर आपको घबराहट, चक्कर, कमजोरी या काम करने में मन नहीं लगता है तो इसे कतई अनदेखा न करें। ज्यादातर हम लोग चक्कर आना, कमजोरी, घबराहट को नजरअंदाज करते हुए खुद ही डॉक्टर बनकर अपने स्तर से उपचार करने लगते हैं लेकिन ये सारे लक्षण हाईपरटेंशन की तरफ भी इशारा करते हैं ऐसे मे΄ समय रहते डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।
70 लाख लोगों की मौत का कारण
आज उच्च रक्तचाप एक गंभीर रोग बनता जा रहा है। भागदौड़ भरे जीवन में हम सिर्फ अपने तय लक्ष्य की पीछे ऐसे भागने में व्यस्त हैं कि अपनी सेहत का जरा भी ख्याल नहीं रखते हैं। अपोलो मेडिक्स सुपर स्पेशलटी हॉस्पिटल के डॉ. अंकुर अग्रवाल सीनियर कंसलटेंट कार्डियोलॉजी ने बताया विश्व में इस रोग से हर साल 70 लाख लोगों की मौत का कारण बनता है।
उच्च रक्तचाप बच्चों, बूढ़े, स्त्री व पुरुष सभी को प्रभावित करता है। अधिक वजन या कहे मोटे लोगों में ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन की बीमारी ही नहीं बल्कि हृदय, गुर्दा व रक्त नलिकाओं में इंफेक्शन की बीमारी भी होती है। मोटापे के कारण ही उच्च रक्तचाप ज्यादा फैलता है।
उपाय
हाइपरटेंशन से बचने के लिये सुबह पार्क मे΄ टहलने जाये, व्यायाम को जीवनचर्या में शामिल कर लें तो इससे लाभ मिलेगा। मोटापा को दूर कर हम हाइपरटेंशन से बचाव कर सकते है΄। खाने-पीने की गलत आदतों, जागरुकता की कमी के चलते आज देश की बड़ी आबादी हाइपरटेंशन और इससे जड़ी अन्य बीमारियों जैसे स्ट्रोक किडनी में समस्या, हार्ट अटैक व अन्य कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों का शिकार हो रही है।