लखनऊ। ग्रामीण इलाकों के लिए एमएमयू किसी वरदान से कम नहीं है। इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश के 53 जिलों में 21245 मरीज जो संक्रामक रोग से पीडि़त थे, इलाज मुहैया कराई गई है। एमएमयू ने यह उपलब्धि 1 जुलाई से 10 जुलाई तक हासिल की है।
गौरतलब है कि 53 जिलों में 34 एमएमयू ग्रामीण इलाकों में काम कर रही है। वहीं एमएमयू में लगी एलईडी के माध्यम से संक्रामक रोगों (दस्त, बुखार, दिमागी बुखार, ज्वर चढ़ उतरकर बुखार आना, जुकाम, अनियमित खांसी, बहुत तेज खांसी, उल्टी) से बचाव सम्बन्धी वीडियो दिखाकर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।
दिए हैं निर्देश
एमएमयू स्टाफ मौजूद ग्रामीणों में संक्रामक रोगों से बचाव सम्बन्धी प्रचार सामग्री वितरित कर रही है। प्रदेश में एमएमयू का संचालन कर रही संस्था केएचजी हेल्थ सर्विसेज के सीईओ जितेंद्र वालिया ने बताया कि प्रदेश में जुलाई में चलाये जा रहे संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान में एमएमयू बेहतर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में एमएमयू की टीमों को निर्देश दिये गये हैं कि वे उपचार के लिए आने वाले बुखार व अन्य मच्छर जनित रोगों से पीडि़त मरीजों को चिन्हित कर उनकी आवश्यकतानुसार जांच कर उपचार दें।
लाभ लेने के मामले में गोरखपुर अव्वल
एमएमयू से लाभ लेने के मामले में गोरखपुर अव्वल है। यहां 23172 ग्रामीणों को लाभ पहुंचाया गया है। वहीं 2539 लोगों के लैब टेस्ट किये गये हैं। दूसरे नंबर पर बरेली है जहां पर 22263 ग्रामीणों को उपचार उपलब्ध कराने के साथ ही 2910 लोगों के लैब टेस्ट किये गये हैं। प्रयागराज तीसरे स्थान पर है जहां पर 21499 ग्रामीणों को उपचार उपलब्ध कराने के साथ ही 2804 लोगों के लैब टेस्ट किये गये हैं। बंदायू में 19651 ग्रामीणों को उपचार उपलब्ध कराने के साथ ही 1275 लोगों के लैब टेस्ट किये गये हैं।
बहराईच में 19501 लागों को उपचार उपलब्ध कराने के साथ ही 2255 लागों के लैब टेस्ट किये गये। लखनऊ में 11049 ग्रामीणों को उपचार उपलब्ध कराने के साथ ही1537 लोगों के लैब टेस्ट किये गये हैं। यानि कि अब तक एमएमयू से लाभ लेने वालों की संख्या 501102 पहुंची है जिनमें 64232 मरीजों के निशुल्क लैब टेस्ट किया गया है।
इन जिलों में काम
उन्होंने कहा कि अभियान अंतर्गत एआईएस/ जेई प्रभावित सिद्धार्थनगर ,संतकबीर नगर, मऊ, आजमगढ, बलिया, बाराबंकी, सुल्तानपुर, प्रभावित गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, कानपुर नगर, कानपुर देहात, अयोध्या, गोण्डा, बलरामपुर, श्रावस्ती, अम्बेडकरनगर, सीतापुर, शामली, प्रयागराज, गाजीपुर, अमेठ, बरेली, पीलीभीत, गाजीपुर, मेरठ, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़, जौनपुर, हरदोई, लखीमपुरखीर, प्रयागराज, रायबरेली, बहराईच व फतेहपुर उन्नाव, सहारनुपर जिलों में हमारी टीमें आने वाले बुखार के मरीजों के प्रति विशेष सतर्कता बरत रही है। इन जिलों में आने वाले गंभीर मरीजों को तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर रेफर भी किया गया है।