लखनऊ। किशोरावस्था एक महत्वपूर्ण अवस्था है। इस अवस्था में किशोरियों को मुख्य रूप से यौन तथा प्रजनन स्वास्थ्य, कुपोषण एनीमिया और मासिक धर्म से सम्बन्धित समस्याओं तथा चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। एनएफएचएस 4 (2015-16) के आंकड़ों के अनुसार 15-24 वर्ष की 47 फीसदी किशोरियां और महिलायें ही माहवारी के दौरान (हाईजेनिक मेथेड) स्वच्छ तरीकों का इस्तेमाल कर पाती हैं और ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो यह संख्या लगभग 40 फीसदी है।
वात्सल्य तथा प्लान इण्डिया द्वारा आयोजन
मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, माल जनपद लखनऊ के परिसर में माहवारी स्वच्छता दिवस पर एक कार्यशाला का आयोजन वात्सल्य तथा प्लान इण्डिया द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से किया। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं व किशोरियों में माहवारी स्वच्छता, प्रजनन स्वास्थ्य तथा माहवारी से संबंधित भ्रान्तियों पर जागरुकता लाना है। इसी क्रम में वात्सल्य तथा प्लान इण्डिया द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग सें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र माल के परिसर में माहवारी स्वच्छता दिवस का आयोजन किया।
5000 किशोरियों 30 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया
वात्सल्य तथा प्लान इण्डिया द्वारा माल ब्लाक में पिछले 4 महीनों से माहवारी स्वच्छता अभियान संचालित किया जा रहा है, जिसमें ब्लाक के समस्त इण्टर कॉलेज की लगभग 5000 किशोरियों 30 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया और उन्हें माहवारी स्वच्छता प्रबन्धन पर पुस्तकें भी दी गयीं। अभियान के अन्तर्गत 135 आशाओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र माल पर प्रशिक्षित किया। ब्लाक की सभी आशाओं ने 150 गांवों में किशोरियों के साथ बैठक की तथा पेंन्टिग प्रतियोगितायें करवाई गई।
जांच के बाद सेनेटरी पैड दिए
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र माल में आयोजित कार्यशाला का प्रात: 08.30 बजे डॉ. विनय कुमार चिकित्सा अधीक्षक के द्वारा शुभारंभ किया। वात्सल्य कार्यक्रम प्रबन्धक अंजनी कुमार सिंह ने कार्यक्रम में आशाओं को जन सामान्य तक अभियान को ले जाने के की सराहना की। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा किशोरियों को सेनेटरी पैड भी उपलब्ध कराया जा रहा है। कार्यक्रम में आरबीएस के टीम द्वारा 115 किशोरियों की स्वास्थ्य जांच, हिमोग्लोबिन, परामर्श, कैल्शियम तथा आयरन की गोलियां तथा 500 सेनेटरी पैड उपलब्ध कराये गये।
दिया गया पुरस्कार
कार्यक्रम के अन्त में सराहनीय कार्य करने वाली 8 आशाओं एवं 6 आंगनबाडिय़ों को तथा उत्कृष्ट पेटिंग बनाने के लिए 46 किशोरियों को पुरस्कृत किया गया। समुदाय को जागरूक करने के लिये मौलाना जी तथा पंडित जी ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम के अंत में अंजनी कुमार सिंह ने सभी का धन्यवाद करते हुये कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम का संचालन वात्सल्य से सौरभ सिंह ने किया। संस्था के अवधेश एवं भुपेन्द्र सिंह तथा अन्य कार्यकर्ताओं का सहयोग रहा। कार्यक्रम में 170 आशायें, 350 किशोरियां, 35 आंगनबाड़ी, 25 एएनएम एवं सीएचसी स्टाफ समेत लगभग 650 लोगों ने प्रतिभाग किया।