लखनऊ। जनपद में 15 फरवरी से कुष्ठ रोग खोजी अभियान चलाया जा रहा है। इसमें आशा, एएनएम व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर कुष्ठ रोगियों की पहचान कर उन्हें संदर्भित कर रहे हैं।
1000 संदिग्ध रोगियों की पहचान
जिला कुष्ठ परामर्शदाता डॉ. शोमित सिंह ने बताया कि जिले में लगभग 4200 टीमें बनाई गयी हैं जो घर-घर जाकर कुष्ठ रोगियों कि पहचान कर रही हैं। अभी तक हमारी टीमें लगभग 80,000 घरों में जा चुकी हैं और लगभग 1000 संदिग्ध रोगियों की पहचान हो पायी है जिन्हें उनके नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर भेजकर चिकित्साधिकारी द्वारा कुष्ठ रोग की पुष्टि कराई जा रही है। जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. पी.के.अग्रवाल ने जनता से अपील की है कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के साथ सहयोग करें छुपे हुये कुष्ठ कि पहचान शीघ्र हो सके ताकि उनका साय से इलाज हो सके।
यह होता है कुष्ठ रोग
कुष्ठ रोग बहुत ही कम संक्रामक रोग है जो रोगाणु माईकोबेक्टेरियम लेप्री के कारण होता है। यह मुख्य रूप से चमड़ी और तंत्रिकाओं को प्रभावित करता है। यह रोग धीरे-धीरे बढ़ता है तथा औसतन तीन वर्ष में इसके लक्षण दिखाई देते हैं। कुष्ठ रोग किसी भी आयु में स्त्री व पुरुष को भी हो सकता है।