लखनऊ। डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एशोसिएशन उप्र का चुनाव संपन्न हो गया। मतगणना के बाद अध्यक्ष पद पर संदीप बडोला और महामंत्री पद पर श्रवण सचान के नामों की घोषणा की गई। डीपीए यूपी के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उप्र के अध्यक्ष सुरेश रावत, महामंत्री अतुल मिश्र, उपाध्यक्ष ज्ञान चतुर्वेदी, वित्त मंत्री राजीव तिवारी, डीपीए लखनऊ के अध्यक्ष सुशील कुमार त्रिपाठी, आरएनडी दिवेदी, जितेंद्र कुमार सिंह पटेल आडीटर, सहित कई लोगों ने बधाई दी है।
चुनाव दो गुटों में बांटा
यहां कुल आठ पदों के लिए कुल 18 प्रत्याशी मैदान में थे। चुनाव दो गुटों में बांटा गया था। दोनों गुटों से चार-चार उम्मीदवार निर्वाचित घोषित किये गए गये थे। गौरतलब है कि वर्तमान महामंत्री केके सचान की इस बार पहली हार हुई है।
इन्हें मिला यह पद
वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर उपेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष पद पर राजेंद्र सिंह पटेल, संगठन मंत्री पद पर आरएस राना, संयुक्त मंत्री पद पर देवेंद्र कटारा, कोषाध्यक्ष पद पर सर्वाधिक मत पाकर रजत यादव व ऑडीटर पर दीपक यादव विजयी घोषित किये गए।
एसोसिएशन के चुनाव में कुल 3270 फार्मेसिस्टों ने मताधिकार का प्रयोग किया। 286 मतों के सर्वाधिक अंतर से कोषाध्यक्ष पद पर रजत यादव तथा 25 मतों के सबसे कम अंतर पर संयुक्त मंत्री पद पर देवेंद्र कटारा विजयी हुए। सारे पदाधिकारियों से रजत यादव ने सबसे अधिक 1709 वोट प्राप्त कर 286 वोटो सबसे बड़ी जीत हासिल की।
डीपीए के चुनाव में सबसे ज्यादा 286 वोट से रजत जीते हैं। चुनाव में करीब चार हजार वोटरों ने प्रदेश भर से आकर वोट डाला। वहीं, अध्यक्ष संदीप अपने प्रतिद्वंदी उमेश से 33 वोट से जीते। बलरामपुर अस्पताल में तैनात महामंत्री श्रवण सचान प्रतिद्वंदी केके सचान से 38 वोट से जीते। इसके अलावा वरिष्ठ उपाध्यक्ष जौनपुर से उपेंद्र प्रताप सिंह, उपाध्यक्ष कानपुर से राजेश सिंह पटेल, संगठन मंत्री आगरा से डॉ. रवींद्र सिंह राना, संयुक्त मंत्री मथुरा से देवेंद्र कटारा, संप्रेक्षक संभल से लक्ष्मी नारायण यादव उर्फ दीपक विजयी घोषित हुए।
अहम मांग दवा लिखने का अधिकार
डीपीए के पूर्व प्रांतीय उपाध्यक्ष एसएम त्रिपाठी ने सभी पदाधिकारियों को विजयी होने पर बधाई दी। डीपीए के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संदीप और महामंत्री श्रवण ने संयुक्त रूप से बताया कि शासन से फार्मासिस्टों की अहम मांग दवा लिखने का अधिकार देने को पूरा कराने के लिए जोर दिया जाएगा। साथ ही फार्मासिस्टों का वेतनमान 4600 किए जाने, पुरानी पेंशन बहाली समेत अन्य कई मांगों को पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा।