लखनऊ। सीएमओ नरेंद्र अग्रवाल ने मंगलवार को गोल्डन कार्ड बनाने की धीमी रफ्तार पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने बताया कि यह अभियान 17 जून 2019 से शुरू किया गया था और सभी सीएचसी पर आयुष्मान भारत योजना के कार्ड बनाने के शिविर आयोजित किए जाने के बावजूद अभी तक केवल 3842 गोल्डन कार्ड ही बनाए जा सके हैं। उन्होंने बताया कि आज 25 जून को केवल 613 कार्ड ही बन सके हैं। जबकि 12 लाख लाभार्थियों के कार्ड बनाने हैं।
प्रति एएनएम 500 गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मंगलवार को सभी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों तथा उप मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ आयुष्मान योजना के गोल्डन कार्ड के संबंध में एक बैठक की। उन्होंने सभी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों तथा उप मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में आशा व एएनएम की बैठक आयोजित करें तथा उन्हें प्रति सप्ताह प्रति एएनएम 500 गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य पूरा करने के लिए निर्देशित करें।
दिए निर्देश
उन्होंने बताया कि रोज शाम को 5:30 बजे बैठक कर इस कार्यक्रम की समीक्षा मैं खुद ही करुंगा। जल्द से जल्द सभी लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाने हैं। उन्होंने कहा कि जिस अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी के क्षेत्र में आयुष्मान भारत योजना के गोल्डन कार्ड बनाने के कार्य में प्रगति नहीं होगी, उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेज दिया जाएगा।