बहराइच। लौकाही गांव निवासी कक्षा तीन के छात्र की खसरे की चपेट में आकर मौत हो गई। जबकि गांव के पांच और बच्चे खसरे की चपेट में है। सूचना स्वास्थ्य केंद्र पर दी गई है। लेकिन कोई भी चिकित्सक गांव नहीं पहुंचा है। ऐसे में खसरे का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है।
चिकित्सकों की टीम गांव नहीं पहुंची
मिहींपुरवाविकास खंड अंतर्गत ग्राम लौकाही में तीन दिनों से खसरे का प्रकोप है। ग्रामीणों ने खसरा फैलने की जानकारी मोतीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व लौकाही पीएचसी पर दी। लेकिन सूचना के बाद भी चिकित्सकों की टीम गांव नहीं पहुंची। इससे खसरे की चपेट में आकर गांव निवासी चांद बाबू (10) पुत्र इरफान की मंगलवार को मौत हो गई। इससे घर में कोहराम मच गया। चांदबाबू गांव के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा तीन का छात्र था।
अभी तक दवाइयां वितरित नहीं
वहीं गांव के अन्य पांच बच्चों में खसरे का प्रकोप है। गांव निवासी शकीना, मेराज आदि ने बताया कि दिनोंदिन खसरे का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। लेकिन चिकित्सक मूकदर्शक बने हुए हैं। अभी तक दवाइयां भी नहीं वितरित की गई है। इस मामले में लौकाही स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक सुरेश सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि खसरे से बच्चों के बीमार होने की जानकारी मिली है। स्वास्थ्यकर्मियों की टीम गांव भेजकर गांव में कैंप लगाकर बीमार बच्चों का इलाज कराया जाएगा।