लखनऊ। बुधवार को विश्व रक्तदाता दिवस की पूर्व संध्या पर कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। कैंडल मार्च को 1090 चौराहे पर निदेशक प्रशासन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पूजा पांडे ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान उन्होंने एक ब्लड डोनेशन वैन का उद्घाटन किया। वहीं तीन रक्तदाताओं ने रक्तदान भी किया। समारोह में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल, असिस्टेंट प्रोजेक्ट डायरेक्टर उमेश मिश्रा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डीके बाजपेयी, डॉ. सईद अहमद, डॉ. एसके रावत, डॉ. अनूप श्रीवास्तव, डॉक्टर केपी त्रिपाठी भी उपस्थित थे।
आगे आएं और रक्तदान करें
इस अवसर पर निदेशक प्रशासन ने कहा कि हमें अधिक से अधिक मात्रा में स्वैच्छिक रक्तदान को प्रोत्साहित करना है। आगे आएं और रक्तदान करें क्योंकि व्यावसायिक रक्तदाताओं के रक्तदान करने से मरीजों को लाभ नहीं होता अपितु अनेकों बीमारियों के होने की आशंका रहती है। किसी भी प्रकार की कोई भी कमजोरी नहीं आती। डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि रक्तदान करने से व्यक्ति में अनेकों बीमारियों में फायदा भी होता है जैसे के हृदय रोग नहीं होता 18 वर्ष से 65 वर्ष की आयु का कोई भी व्यक्ति प्रत्येक 3 माह में एक बार रक्तदान कर सकता है 1 व्यक्ति के रक्त दान करने से एक यूनिट से 4 व्यक्तियों की जान बचाई जा सकती है अधिक से अधिक मात्रा में स्वैच्छिक रक्तदान करने से अनेकों ऐसे लोगों की जान बचाई जा सकती है जो दुर्घटना तथा जानलेवा बीमारियों का शिकार होकर अपने प्राण गवा देते हैं।
ये मौजूद रहे
इस अवसर पर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी योगेश रघुवंशी तथा सीएमओ के प्रवक्ता डॉक्टर एसके सक्सेना, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. बीके सिंह, जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ. पीके अग्रवाल तथा एनएचएम स्टेट ब्लड सेल यूनिट के डिप्टी जनरल मैनेजर एबी सिंह स्टेट कॉर्डिनेटर ब्लड सेल अभिषेक सिंह तथा नीलिमा पाठक भी उपस्थित थे। रैली का समापन लोहिया पार्क पर हुआ।