लखनऊ। वालंट्री हेल्थ एसोसिएशन ऑफ इंडिया और राज्य तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को हजरतगंज स्थित एक होटल में कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला विश्व जनसंख्या दिवस पर तम्बाकू नियंत्रण कानून पर चर्चा को लेकर की गई थी। इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों में जागरुकता
लाने की कोशिश की गई।
लगभग 55 लाख मौत
यहां बताया गया कि तम्बाकू सेवन विश्व में मौत का एक प्रमुख कारण है, इससे बचा जा सकता है। पूरी दुनिया में हर साल तम्बाकू सेवन से लगभग 55 लाख जानें जाती हैं। यह आंकड़ा विश्व स्वास्थ्य संगठन की है। भारत में 40 फीसदी कैंसर केवल तम्बाकू सेवन से होते हैं। 90 फीसदी से ज्यादा मुंह के कैंसर के मामले तम्बाकू उपयोग के कारण होते हैं।
यह खास बात
ताज़ा आंकङे की बात करे तो उत्तर प्रदेश में तम्बाकू की खपत बढ़ी है। जिसमे खासतौर पर चबाने वाले तम्बाकू या गुटखा की खपत ज़्यादा हो रही है। इसमें धूम्रपान एक बड़ी खतरनाक स्थिति पैदा कर रहा है। जिसमें ये बताया गया कि सरकार एवं गैर सरकारी संस्थाएं उत्तर प्रदेश को तम्बाकू मुक्त करने की कोशिश में लगी हुई है। तक शैक्षिक संस्थान तम्बाकू मुक्त हुए है। जबकि पुलिस विभाग की ट्रेनिंग मैन्युअल में कोटपा को शामिल किया गया है। सार्वजनिक स्थान सरकारी ऑफिस, अस्पताल, ट्रेन व बस सफर में कोटपा नियमावली को लेकर चैलिजिंग किया जा रहा है। इसके साथ ही ऐसे कई अस्पताल तम्बाकू मुक्त घोषित किये जा चुके है। खाद्य एवं रसद विभाग भी इस मामले को लेकर गंभीर है कि किसि भी होटल रेस्टॉरेंट में तम्बाकू न परोसा जॉये। हुक्का कोई और फ्लेवर्ड तम्बाकू पदार्थ परोसा जाए साथ ही इस कार्यक्रम में सविता भट्ट निदेशक स्वास्थ्य, आलोक कुमार नोडल अधिकारी, स्टेट टोबैको कंट्रोल, सतीश त्रिपाठी, भावना बंदोपाध्याय, सीईओ विहाई, जेपी शर्मा एवं विनोय मैथु उपस्थिति रहे।