सुलतानपुर। प्रदेश सरकार आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने का काम कर रही है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस योजना को लकड़ी में दीमक की तरह चाट रहे हैं। इसकी बानगी सुलतानपुर जिला अस्पताल में उस वक्त दिखी, जब भाजपा जिला मंत्री ने औचक निरीक्षण किया। आयुष्मान योजना का कार्ड होने के बावजूद डॉक्टर मरीज से ऑपरेशन के नाम पर तीस हजार रुपये मांग रहे हैं। इसकी शिकायत मरीज ने जिला मंत्री से की।
तीस हजार रुपये का बताया खर्च
भारतीय जनता पार्टी की जिला मंत्री पूजा कसौधन मंगलवार की देर रात जिला अस्पताल पहुंची। वहां आर्थोपैडिक वार्ड में भर्ती सैंतापुर सराय गांव निवासी राम गोपाल ने बताया कि उसके दोनों हाथों की हड्डियां टूट गईं थी। परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां के डॉ. राजेश ने उसे बताया कि दोनों हाथों का आपरेशन होगा और इसमें रॉड और प्लेट पड़ेगी जो बाहर से लानी पड़ेगी। इसके लिए तीस हजार रुपये का खर्च लगेगा। उसने डॉक्टर को आयुष्मान योजना का कार्ड धारक होने की बात बतायी तो भी डॉक्टर ने इतने ही पैसे की मांग कर दी। राम गोपाल के परिजनों ने बताया कि आयुष्मान विभाग का प्रभार मुख्य चिकित्स अधीक्षक के जीजा वेद प्रकाश के पास है और वह उनके मरीज के कार्ड पर रुपये नहीं आने की बात कह रहे हैं।
आठ हजार रुपये का सामान मंगाकर ऑपरेशन किया
ऐसा ही मामला कादीपुर कोतवाली के कल्याणपुर गांव निवासी वृद्ध रामदेव का भी है। इनके हाथ और पैर दोनों का ऑपरेशन भी डॉ. राजेश ने किया। रामदेव के पुत्र बजरंगी ने बताया कि हाथ के ऑपरेशन में डॉक्टर ने बाहर से दस हजार और पैर के ऑपरेशन के लिए आठ हजार रुपये का सामान मंगाकर ऑपरेशन किया। इस पर पूजा कसौधन का कहना है कि सरकारी अस्पतालों में सारी सुविधा देने के बावजूद चिकित्सक मरीजों के साथ ऐसा व्यवहार कर रहे हैं। यहां के मरीजों के साथ अन्याय हो रहा है। पूरा सिस्टम और पूरी चेन बिगड़ी हुई है। अगर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक निर्देशों को डॉक्टरों से लागू करवाये और डॉक्टर अपनी ड्यूटी को निभाए तो जनता क्यों परेशान होगी। उधर इस मामले में एडी स्वास्थ्य अयोध्या फैजाबाद मंडल डॉक्टर राजेंद्र कपूर ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है। शिकायत मिलने पर दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई जरुर की जायेगी।