लखनऊ। राजधानी के बलरामपुर अस्पताल से 4 सितंबर को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का पायलट का शुभारंभ किया जाएगा जिसको लेकर शुुक्रवार को उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
पीएम ने कार्य की सराहना की
इस दौरान उन्होंने बताया कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की तैयारियों को लेकर उत्तर प्रदेश द्वारा किये जा रहे कार्य की सराहना की है। मोदी ने कहा कि डाटा कलेक्शन और इम्प्लीमेंटेशन सपोर्ट यूनिट का समय पर चयन करने में उत्तर प्रदेश ने अन्य राज्यों से बेहतर काम किया है। उन्होंने देश भर में भारतीय जन औषधि योजना को उत्तर प्रदेश मॉडल पर लागू करने के लिए भी कहा है।
अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
स्टेट एजेंसी फॉर कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस यसाची में अधिकारियों के साथ आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा बैठक करते हुए सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य को धरातल पर उतारने के लिए प्रदेश में चयनित अस्पतालों को प्रक्रिया के तहत जोड़ा जा रहा है।
गरीबों को मिलेगा योजना का लाभ
सिंह ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों के स्वास्थ्य को लेकर प्रदेश सरकार पहले से जागरूक है, इसलिए इस योजना को लागू करने में किसी तरह की कठिनाई नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना लागू होने से प्रदेश के गरीब व जरूरतमंदों को बेहतर स्वास्थ्य की चिंता में अब अपनी जमीन या खेत/खलिहान न तो बेचना पड़ेगा और न ही गिरवी रखने की नौबत आएगी।
बलरामपुर अस्पताल से योजना की शुरूआत
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 4 सितम्बर बलरामपुर अस्पताल से आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का पायलट आरम्भ किया जाएगा, जो एक सप्ताह तक समस्त मंडल मुख्यालयों के एक सार्वजनिक अस्पताल तथा 13 सितम्बर तक प्रदेश के सभी राजकीय चिकित्सालयों में भी पायलट बेसिस पर चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पायलट बेसिस पर काम करने के दौरान डॉक्टर्स की भी ट्रेनिंग हो जाएगी और मरीजों तक आयुष्मान भारत योजना का लाभ कैसे पहुंचाया जाए।
25 सितम्बर को आयुष्मान भारत योजना होगी लांच
इस प्रक्रिया को भी अच्छी तरह से समझा जा सकेगा। सिंह ने कहा कि इस दौरान योजना से जुड़ी हुई कमियों का आंकलन कर उनका निवारण भी किया जाएगा ताकि 25 सितम्बर को आयुष्मान भारत योजना को पूर्ण क्षमता के साथ गरीबों के हित के लिए लांच किया जा सके।
आरोग्य मित्र प्रतिनियुक्त किए जाएंगे
सिद्धार्थ नाथ ने बताया कि मरीजों की मदद के लिए पैनल में शामिल प्रत्येक चिकित्सा सुविधा प्रदाता संस्थान में आरोग्य मित्र प्रतिनियुक्त किए जाएंगे जो लाभार्थियों की पहचान की पुष्टि, शिकायतों का समाधान आदि की जिम्मेदारी निभाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी अस्पतालों के लिए आरोग्य मित्रों का चयन किया जा चुका है।
1 करोड़ 18 लाख परिवार का डाटा अपलोड
इस दौरान सिंह ने बताया कि अभी तक उत्तर प्रदेश में 107 सरकारी अस्पतालों में जन औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं। इन औषधि केन्द्रों का सबसे ज्यादा लाभ गरीब और मध्यम परिवार के लोगों को हो रहा है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत के अंतर्गत प्रदेश के 1 करोड़ 18 लाख परिवार का डाटा अपलोड हो चुका है। आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश के 6 करोड़ लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।