लखनऊ। गोमती नगर स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया संयुक्त अस्पताल की अव्यवस्था सामने आई है। यहां इमरजेंसी में मरीजों का फर्श पर इलाज किया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन अव्यवस्था की ओर आंखे मूंदे बैठा हुआ है। यहां पर तो स्ट्रेचर भी टूटा हुआ है। वहीं निदेशक का कहना है कि स्ट्रेचर समेत अन्य सुविधाएं हैं।
इनका हुआ फर्श पर इलाज
लोहिया अस्पताल में बुधवार को प्रशिक्षु नर्सों ने मरीजों को स्ट्रेचर के बजाए फर्श पर लिटाकर इलाज किया। नीलमथा से आई चंद्रकला को पेट में पानी भरने की शिकायत थी। वह दोपहर तीमारदारों के साथ इमरजेंसी पहुंची थी। यहां पर स्ट्रेचर न होने पर प्रशिक्षु नर्सों ने उसे फर्श पर ही लेटने को कहा। फिर फर्श पर ही लिटाकर इंजेक्शन लगाया। ऐसे ही बाराबंकी फतेहपुर से आई शाजिया को ईएमओ कक्ष के सामने फर्श पर लिटाकर इंजेक्शन लगाया। इससे पहले वह फर्श पर ही करीब आधे घंटे तक दर्द से तड़पती रही।
यह हुआ
स्ट्रेचर से लटका मरीज बाराबंकी निवासी बुजुर्ग राम खिलावन (60) को तीमारदार इमरजेंसी में लेकर पहुंचे। उन्होंने इमरजेंसी की स्ट्रेचर पर बुजुर्ग को लिटाया तो वह एक ओर लटक गए। दरअसल स्ट्रेचर टूटी हुई थी। मरीज को नीचे गिरता देख तुरंत ही तीमारदार ने उन्हें संभाला फिर मरीज को नीचे फर्श पर बैठा दिया। बाद में सुरक्षा गार्ड व वहां मौजूद प्रशिक्षु स्टाफ ने टूटी स्ट्रेचर को पट्टी से बांधकर दुरुस्त किया। तब बुजुर्ग को लिटाकर इलाज दिया गया।
यह कहा निदेशक ने
वहीं लोहिया अस्पताल के निदेशक डॉ. देवेंद्र सिंह नेगी ने कहा है कि फर्श पर इलाज करना सही नहीं है। इमरजेंसी में स्ट्रेचर आदि की पूरी व्यवस्था है। अगर ऐसा किया गया है तो इसकी जांच कराई जाएगी। इसके अलावा डॉक्टर और प्रशिक्षुओं को सख्त निर्देश दिए जाएंगे कि किसी दशा में मरीज को स्ट्रेचर, बेड पर ही इलाज दें।