केजीएमयू में कर्मचारियों व सिक्योरिटी की गुण्डागर्दी

मामला उस समय का है जब केजीएमयू के न्यू ओपीडी के दूसरे तल पर मरीज अपने खून की जॉच कराने केलिए पहुचे, इसके लिए मात्र चार काउन्टर बनाए गये थे, उस वक्त सिर्फ काउन्टर नम्बर 3 व 4 खुले थे, जहॉ पर प्रतिदिन के तरह शुक्रवार को भी सैकड़ों की तादात में दूर- दराज आये मरीज अपने खून की जॉच के लिए रशिद कटवा रहा थे जिस पर लखनऊ के खालाबाजार निवासी मोहम्मद फैज़ान 22 ने बताया कि वह आईटीआई के विद्यार्थी हैं जिसपर उन्हें नौकरी के लिए उन्हे खून जॉच की रिपोर्ट लगानी थी।
फैज़ान के मुताबिक वह सुबह 9:00 से लाईन लगने के बाद 12: 30 पर उनका नम्बर आया , जिसपर पर्चा बनने वाले कैश काउन्टर पर बैठे केजीएमयू कर्मचारी बसंत कुमार और अनुज की साठगांठ में वह अपने जान पहचान वालो दस ,बीस रूपय ले कर जल्दी पर्चे बना रहे थे जिसपर लाईन में लगे सभी लोगो ने इसका विरोध किया जिसमे सबसे आगे लाईन मे लगे मोहम्मद फैज़ान ने कैश काउटर पर जा कर इसरा विरोध करने किया, यह बात काउन्टर पर बैठ बंसत व अनुज को नागवार गूजरी जिसपर वह मोहम्मद फैजान को गाली – गलौज कर हाथा पाई शुरू कर दी जिसपर वहॉ के सभी कर्मचारियों ने फैजान को लात घूसो व ड़डो से पीटाई कर और कैश जमीन पर बिखेर कर उनका पैसा छिनने का आरोप लाकर पुलिस के हवाले कर दिया। इसके अलावा एक महिला ने जो अपने आप को प्रशासनिक अधिकारी बता रही थी,उसने पूरी घटना का बीडियो बना रहे एक अन्य तीमारदार जिला बारबंकी मथौरी गॉव निवासी अब्दुल कबीर ने अपने पिता अब्दुल रशिद इलाज कराने आये जोकि यह हंगामा देख वह अपने मोबाइल से विडियो बना दिया जिसपर सिक्योरिटी गार्ड ने उसे पीट कर कबीर का मोबाइल छीन लिया।
कर्मचारी ने खुद गिराये पैसे
काउंटर नंबर -4 पर बैठे कर्मचारी बसतं कुमार व अनुज ने पहले तो मरीज फैजान को गाली दी। उसकेे बाद मामला बनाने के लिए काउंटर पर रखे रूपयों को बिखरा दिया और शोर मचाने लगे। इसके अलावा वहां पर एक अन्य तीमारदार ने पूरे मामले का वीडियो बनाया था। उसको भी एक महिला जो अपने आप को प्रशासनिक अधिकारी बता रही थी। उसने पहले तो अदब में लिया और बाद तीमारदार का मोबाइल जब्त कर लिया। मोबाइल पाने के लिए तीमारदार ने सीएमएस से लेकर पुलिस तक के चक्कर काटे पर मोबाइल नहीं मिल सका।
मरीजों ने लगायो गंभीर आरोप
काउंटर पर बैठे कर्मचारियों पर मरीज व उनके तीमारदारों ने गंभीर आरोप लगाये हैं। मरीजों की माने तो कर्मचारी काम करने के बजाय मोबाइल पर गेम खेलते हैं या फिर चाय पीते नजर आते हैं। इतना ही नहीं काम करने के लिए कोई टोक दे। तो समझों उसकी सामत आ जाती है। केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. शंखवार के मुताबिक बाताया मामले की जॉच कि जा रही हैं यह जिसने भी किया बहुत गलत हैं।