
एमडी की सीटें पाँच से बढ़कर आठ
प्रो. सूर्यकान्त ने बताया कि इस विभाग की स्थापना 1946 में डिपार्टमेन्ट आफ ट्यूबरकुलोसिस एवं चेस्ट डिसीजेज के रूप में हुई। 1951 में एमडी एवं 1954 में डिप्लोमा कोर्स चालू हुआ। तब से लेकर यह विभाग नई ऊँचाइयों को छूता गया। पिछले सात दशकों से एमडी की सिर्फ पाँच सीटों से यह डिपार्टमेन्ट सुसज्जित था। मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया के मानकों पर खरे उतरते हुए एवं प्रो. सूर्यकान्त के अथक प्रयासों से इस डिपार्टमेन्ट में एमडी की सीटें पाँच से बढ़कर आठ हो गई हैं। इस मौके पर विभाग के अन्य सभी सीनियर एवं जूनियर रेजिडेन्ट्स मौजूद रहे।