लखनऊ। केजीएमयू में मरीजों के लिए राहत की खबर है। यहां हॉस्पिटल रिवॉल्विंग फंड (एचआरएफ) की तर्ज पर चार नए स्टोर खोल जाएंगे। यह फैसला वेलफेयर व एचआरएफ की बैठक में लिया गया है। गौरतलब है कि अब तक केजीएमयू में एचआरएफ के सात मेडिकल स्टोर खोले जा चुके हैं। इन सातों स्टोर पर हर महीने चार से पांच करोड़ रुपये की दवाओं की ब्रिकी हो रही है।
यहां खुले हैं स्टोर
इनमें ट्रॉमा सेंटर, जनरल सर्जरी, कॉर्डियो वैस्कुलर थोरैसिक सर्जरी (सीवीटीएस), पीडियाट्रिक सर्जरी, गांधी वार्ड, रेडियोथेरेपी और शताब्दी फेज-एक में एचआरएफ का स्टोर खोले जा चुके हैं।
छूट पर मिलेगी दवा
एचआरएफ के मेडिकल स्टोर में करीब 4500 प्रकार की दवाएं सूचीबद्ध हैं। 60 से 65 प्रतिशत तक कम कीमत पर ब्रांडेड दवाएं मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही हैं। कैंसर, गुर्दा, हड्डी रोग, एंटीबायोटिक्स, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, दिल समेत दूसरी गंभीर रोगों की दवाएं मिल रही हैं। एचआरएफ के अधीक्षक डॉ. अजय सिंह के मुताबिक स्टोर पर मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
12 स्टोर हो चुके हैं बंद
वेलफेयर सोसाइटी के 21 मेडिकल स्टोर चल रहे थे। इनमें 12 स्टोर बंद किए जा चुके हैं। इनमें कॉर्डियोलॉजी, नेत्र रोग, ईएनटी और बाल रोग विभाग में संचालित मेडिकल स्टोर बंद होंगे। वेलफेयर के स्टोर में मरीजों को दवाओं पर 30 से 35 प्रतिशत तक की ही छूट दी जा रही है।
लोकल परचेज की दवा अमृत फार्मेसी से
बैठक में लोकल परचेज (एलपी) की दवाएं अमृत फार्मेसी से खरीदने का फैसला हुआ है। अभी परिसर में खुले निजी मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीदी जा रही थीं। भर्ती मरीजों को एलपी के बजट से दवाएं खरीद कर उपलब्ध कराई जाती हैं। हर महीने लगभग चार से पांच लाख रुपये की दवाएं एलपी के बजट से क्रय की जाती हैं। हड्डी रोग, नई व पुरानी ओपीडी, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग और शताब्दी फेज-एक में अमृत फार्मेसी चल रही है। यहां मरीजों को 27 से 30 प्रतिशत कम कीमत पर मरीजों को दवाएं मिल रही हैं।