लखनऊ। शनिवार को एरा विश्वविद्यालय द्वारा ‘न्यूरोसाइंस एजूकेशन वीक’ के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम स्टेम सेल बायोलॉजी एवं रिजेनेरेटिव मेडिसिन विभाग द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रो. अब्बास अली महदी ने बताया कि एरा विश्वविद्यालय न्यूरोसाइन्स में मास्टर एवं पीएचडी के पाठ्यक्रम को आरम्भ करने की योजना बना रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि मस्तिष्क संबंधी विकार दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं तथा पार्किंसन्स रोग और अन्य आयु संबंधी बीमारियां आबादी के साथ बढ़ती जा रही हैं एवं इन क्षेत्रों में शुरुआती पहचान एवं उपचार के लिए अधिक शोध की आवश्यकता है।
लोगों को किया जागरूक
इस कार्यक्रम के प्रथम सत्र में प्रो यूके मिश्रा ने ‘लीजन इन टीबी मेनिनजाइटिस’ पर एवं डॉ. प्रेम यादव ने ‘क्रोनिक पेन एण्ड मेजर डिप्रेशनÓ पर एक व्याख्यान दिया। इसके बाद दूसरे सत्र में प्रो. पीके राय ने ‘डिटेक्शन ऑफ स्ट्रोक लीजन एण्ड स्टेम सेल माइग्रेशन बाई एमआरआइÓ एवं डा. विनय खन्ना ने ‘इफीकेसी ऑफ कुरक्यूमीन इन आर्सेनिक इन्ड्यूस्ड कोग्नीटिव डेफीसिट इन रैट्सÓ पर व्याख्यान दिया एवं लोगों को जागरूक किया।
ये रहे मौजूद
प्रो यूके मिश्रा, पूर्व डीन और एसजीपीजीआई, लखनऊ के निदेशक इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। एरा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अब्बास अली महदी ने मुख्य अतिथि का पुष्प एवं स्मृति चिह्न देकर स्वागत किया। इस अवसर आईआईटी-बीएचयू, वाराणसी के प्रो. पीके राय, सीएसआइआर-आईआईटीआर के डॉ. विनय खन्ना, सीडीआरआई के डॉ. प्रेम यादव, आइटीआरसी के डॉ. एके अग्रवाल, केजीएमयू के प्रो. राकेश शुक्ला एवं एरा विश्वविद्यालय से प्रो. एमएस सिद्दीकी, प्रो. एएन श्रीवास्तव सहित अन्य शिक्षक उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का आयोजन डॉ. सैयद शादाब रजा, आयोजक सचिव द्वारा किया गया।