लखनऊ। क्या कभी आपने देखा है कि डॉक्टर ने मरीज को देखा ही न हो और मरीज को इंजेक्शन लगा दिया गया हो। अगर नहीं तो जिले के मोहनलालगंज सीएचसी में ऐसा ही हुआ है। यहां बिना डॉक्टर के देखे कर्मचारी द्वारा इंजेक्शन लगाने पर तीमारदारों ने हंगामा किया। इसके बाद जब डॉक्टर ने तीमारदारों को शांत कराया। अधीक्षक ने तत्काल एक्शन लेते हुए मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
यह है आरोप
मोहनलालगंज के गनियार निवासी हाईस्कूल के छात्र को तेज बुखार होने पर तीमारदार रविवार शाम को उसे लेकर मोहनलालगंज सीएचसी पहुंचे। आरोप है कि सीएचसी में डॉक्टर और कर्मचारी मौजूद नहीं थे। तीमारदार वार्ड में मरीज को लिटाकर डॉक्टर आवास पहुंचे। वहां पर डॉक्टर और एक कर्मचारी मौजूद था। तीमारदारों ने डॉक्टर को छात्र के बुखार की जानकारी दी तो उन्होंने तीमारदार को वार्ड में पहुंचने को कहा।
सीएचसी अधीक्षक करेंगे खुद जांच
तीमारदारों ने आरोप लगाया है कि इसके बाद डॉक्टर ने कर्मचारी को ही इंजेक्शन लगाने के लिए भेज दिया। तीमारदारों ने बिना मरीज देखे कर्मचारी द्वारा इंजेक्शन देने का विरोध करते हुए हंगामा किया। इस बात से नाराज डॉक्टर ने वहां पहुंचकर मरीज को इमरजेंसी में बुलाकर देखा। सीएचसी अधीक्षक डॉ. मिलिंद वर्धन का कहना है कि मामले की वह खुद जांच करेंगे।