लखनऊ। लोहिया अस्पताल में डॉक्टरों ने राशिद की प्रसूता पत्नी मन्नों को प्रसव उपरांत नया जीवन दे दिया, तीन अगस्त को सुबह ५ बजे नार्मल प्रसव होने के कुछ समय बाद ही उसे तीव्र ब्लीडिंग होने लगी थी, ब्लीडिंग इतनी अधिक थी कि उसे तुरन्त वेंटीलेटर पर भर्ती कर, कुल 10 यूनिट रक्त चढ़ाना पड़ा । इस समय वह सामान्य अवस्था में है और जरनल वार्ड में भर्ती है, डॉक्टरों का कहना है कि शीघ्र ही उसे डिस्चार्ज कर दिया जायेगा।
यह हुआ था
लोहिया अस्पताल के निदेशक डॉ.डीएस नेगी ने अस्पताल के डॉक्टरों की कुशल चिकित्सकीय क्षमता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि तीन अगस्त को रात्रि में लगभग 1 बजे प्रसव पीड़ा के दौरान मन्नो को भर्ती किया गया था, रूटीन इलाज में सुबह उसे नार्मल प्रसव हो गया, प्रसव के कुछ देर बाद ही उसे ब्लीडिंग शुरू हो गई, ब्लीडिग को रोकने की दवा आदि दी गई, मगर लाभ नहीं हुआ, अत्यधिक रक्तस्राव होने की वजह से प्रसूता की हालत बिगडऩे लगी, बेहोशी की अवस्था में पहुंचने लगी, उसे तुरन्त एक-एक कर तीन यूनिट रक्त चढ़ाया गया, साथ ही वेंटीलेटर यूनिट में शिफ्ट कर दिया गया।
वेंटीलेटर यूनिट में 12 घंटे तक स्थिति स्थिर रही, बाद में उसे फिर से ब्लीडिंग शुरू हो गई। इस बार स्थिति और भी बदत्तर थी, प्रसूता की जान बचाने के लिए खून चढ़ाना शुरू किया गया, एक-एक कर 10 यूनिट रक्त चढ़ाया गया । स्थिति नियंत्रण में आई और हिमोग्लोबिन का लेवल स्थिर हुआ। इसके बाद कुशल चिकित्सकीय सेवा से प्रसूता की हालत तेजी से सामान्य होने लगी, वेंटीलेटर से जरनल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। अब जच्चा और बच्चा दोनो ही ठीक है घर जाने की स्थित में है।
इलाज करने वाली डॉक्टरों की टीम
इलाज करने वाली डॉक्टरों की टीम की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि स्त्री रोग विशेषज्ञों में डॉ.कल्पना चंदेल, डॉ.सुष्मिता सिंह, डॉ.माधूरी, सर्जन डॉ.एसी.द्विवेदी, एनेस्थेटिक डा.राजेन्द्र प्रसाद एवं डॉ.जेपी तिवारी एवं पैरामेडिकल स्टाफ था।