लखनऊ। शनिवार को जिला प्रशासन और सीएमओ की टीम ने चौक स्थित सुभाष चंद बोस कम्पार्टमेंट में छापामार कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान 10 अस्पताल और क्लीनिकों की जांच की गई। इस दौरान चौंकाने वाला मामला सामने आया। जांच में पाया गया कि 10 में से 8 अस्पतालों के पास पंजीकरण नहीं था और संचालित किए जा रहे थे।
रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी
अधिकारियों ने जिन अस्पताल व क्लिनिकों के पास पंजीकरण नहीं पाए उन सब की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी है। छापा मारने वाले अधिकारियों में एसीएम अजय कुमार राय, एसीएमओ डॉ. आरके चौधरी, डॉ. संजय कुमार, सीओ चौक दुर्गा प्रसाद तिवारी, इंस्पेक्टर चौक उमेश श्रीवास्तव, सहायक पर्यावरण अभियंता इंद्रेश कुमार मौजूद रहे।
छापेमारी से मचा हड़कम्प
एसीएम अजय कुमार राय ने बताया कि चौक के सुभाष चंद्र बोस कम्पार्टमेंट में तीन घंटे तक छापेमारी चली। अचानक हुई छापेमारी से हड़कम्प मच गया। प्रशासन की टीम के साथ पुलिस बल भी साथ में था।
अस्पतालों के खिलाफ होगी कार्रवाई
एसीएमओ डॉ आरके चौधरी ने बताया कि जिन अस्तपालों में उचित मानक नहीं पाए गए हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। अधिकारियों के मुताबिक एक भी अस्पताल के पास बॉयोमेडिकल वेस्ट संबंधित लॉग बुक भी नहीं मिली।
ओटी में एसी ही नहीं लगा था
छापेमारी में शामिल अधिकारियों के मुताबिक चाइल्ड हेल्थ केयर अस्पताल में बने ओटी में ऐसी की सुविधा ही नहीं थी। अस्पताल में ऑक्सीजन के सिलेंण्डर सही तरीके से नहीं रखे पाये गये। उन्होंने आशंका जताई है कि इस लापरवाही से कभी भी विस्फोट हो सकता है, जिससे पूरी बिल्डिंग प्रभावित हो सकती है।
इनके खिलाफ कार्रवाई
राहत हॉस्पिटल ऐंड ट्रॉमा सेंटर, डॉ रजत रस्तोगी ईएनटी सेंटर, चाइल्ड हेल्थ केयर हॉस्पिटल, सहिना चेस्ट सेंटर, डॉ दिवान क्लिनिक, चरक हॉस्पिटल ऐंड सेंटालाइज क्लिनिक, ऐजी स्टोन यूरॉलजी क्लिनिक, सुरुचि डर्मेटॉलजी क्लिनिक, युवा क्लिनिक स्किन केयर सेंटर के खिलाफ कार्रवाई की गई है।