लखनऊ। विधानसभा में सपा के वरिष्ठ सदस्य मनोज कुमार पांडेय द्वारा डेंगू का मामला उठाया गया। इसके जवाब में चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि पीएचसी और सीएचसी में भी डेंगू की प्राइमरी जांच की जाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में डेंगू की जांच के लिए 13 नई लैब की स्थापना की जाएगी, 37 लैब पहले से ही स्थापित है।
मंत्री ने बताया आंकड़ा
आंकड़ा बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस साल जनवरी से लेकर 14 अगस्त तक सरकारी अस्पतालों में 186 मामले डेंगू के सामने आए है, इसमें से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई जबकि पिछले साल सरकारी अस्पतालों में 197 डेंगू के मामले सामने आए थे उनमें से 15 मरीजों की मौत हुई थी। सिंह ने कहा कि जहां डेंगू की जांच और प्लेटलेट्स चढ़ाने की व्यवस्था नही हैं, वहां प्राइवेट लैब की सेवाएं ली गई हैं। गंभीर मरीजों के नमूने लैब में भेजकर मुफ्त इलाज किया जाता है।
डब्ल्यूएचओ की यह रिपोर्ट
डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के अनुसार मई में 181 और जुलाई में 401 डेंगू के मामले सामने आए हैं। 75 जिलों में से 18 जिलों में प्लेटलेस चढ़ाने की व्यवस्था बताई गई है लेकिन कुछ महानगरों को छोड़कर बी और सी श्रेणी के जनपदों में कहीं पर प्लेटलेट्स नहीं चढ़ाया जा रहा है। मजबूर होकर डेंगू पीडि़त मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों की शरण लेनी पड़ रही है।