लखनऊ। फार्मासिस्टों की मांग को लेकर गुरुवार को मुख्य सचिव डॉ. अनूपचन्द्र पाण्डेय से मुलाकात कर चर्चा की गई। चर्चा में संरक्षक ध्रुव कुमार त्रिपाठी के साथ फार्मासिस्ट सम्वर्ग निदेशालय स्तर की लम्बित समस्याओं पर विस्तार से बातचीत की।
मुख्य सचिव डॉ. अनूपचन्द्र पाण्डेय ने गंभीरता से सुनने के बाद तत्काल डॉ. निदेशक आयुर्वेद को स्पष्ट निर्देश देते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके अलावा आयुष सचिव को तत्काल संरक्षक की उपस्थिति में संघ के पदाधिकारियों के साथ निदेशक के साथ वार्ता कराना सुनिश्चित करते हुए लम्बित समस्याओं का निस्तारण करने के निर्देश दिए।
ये हैं समस्याएं
समायोजन, एसीपी, वरिष्ठता सूची, स्थाईकरण, निरस्त स्थाईकरण बहाल करने, पदोन्नति, शासन के आयुष सचिव, मुख्य सचिव के स्पष्ट निर्देश के बाद भी आयुर्वेदिक निदेशक प्रो. एसएन सिंह की हठधर्मिता उदासीनता लापरवाही के कारण वर्षों से फार्मासिस्टों के सभी कार्य लम्बित हैं। संघ के अध्यक्ष विद्याधर पाठक ने कहा कि अगली वार्ता जल्द ही मुख्यमंत्री होगी और समस्याओं के समाधान का पूरा प्रयास होगा। उन्होंने कहा कि सिगंल एसीपी में हो रहे भ्रष्टाचार के लिए वित्त नियंत्रक और निदेशक दोनों ही दोषी हैं।