गोंडा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी गोंडा जिले में अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही ने एड्स मरीजों के पहचान को उजागर कर दिया। नियमों को ताक पर रखकर एक एचआईवी पॉजिटिव युवक को इलाज के लिए भर्ती तो कर लिया। वहीं उसके बेड पर एचआईवी पॉजिटिव का स्टीकर भी लगा कर उसकी पहचान को सार्वजनिक कर दिया।
यह है मामला
इस मामले में जब स्टाफ नर्स से बात की तो उन्होंने बताया कि मेरी जानकारी में नहीं है और जूनियर स्टाफ ने लगा दिया होगा। इस मामले के मीडिया में आने के बाद स्टीकर को हटा दिया गया है। जिला अस्पताल में एक एचआईवी पॉजिटिव युवक को इलाज के लिए भर्ती किया गिया। इसके बाद अस्पताल स्टाफ ने मरीज के बेड पर एचआईवी पॉजिटिव का स्टीकर भी लगा दिया।
सवाल-जवाब किया जाएगा
मुख्य चिकित्सा अधिकारी एस के श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पहचान तो सार्वजनिक नहीं किया जाता। मामला आप के माध्यम से मेरे संज्ञान में आया है। यदि ऐसा किया गया है तो संबंधित व्यक्ति को नोटिस चेतावनी देकर उसे जवाब सवाल किया जाएगा।