लखनऊ। अब केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में मरीजों का ईलाज स्ट्रेचर पर नहीं होगा। ऐसी व्यवस्था शुरू करने के लिए केजीएमयू प्रशासन ने कमर कस ली है। इसके लिए ट्रामा से सभी वार्डों को इंटरकॉम से कनेक्ट कर दिया गया है। इसके अलावा पीआरओ ऑफिस के पास ऐ नोटिस बोर्ड लगाया गया है जिस पर हर वार्ड के कुल बेड और खाली बेड की जानकारी अपडेट की जाती रहेगी।
लोड घटेगा और मरीजों को क्वालिटी इलाज मिलेगा
पांच मंजिला ट्रामा सेंटर में कुल 14 वार्ड और 140 बेड हैं। यह बेड हमेशा फुल रहता है, ऐसे में मरीजों को स्ट्रेचर पर भर्ती पर इलाज किया जाता है। लेकिन नई व्यवस्था लागू होने पर मरीजों को स्ट्रेचर पर इलाज कराने से मुक्ति मिल जाएगी। इस बारे में ट्रामा सेंटर प्रभारी डॉ. संदीप तिवारी का कहना है कि ट्रामा में सरकारी अस्पतालों से रोजाना ऐसे मरीज भेजे जाते हैं जिन्हें उन अस्पतालों से बेहतर इलाज मिल सकता है। ऐसे मरीजों को ट्रामा सेंटर में भर्ती करने के बजाए जिला अस्पताल ही भेजा जाएगा। इससे ट्रामा सेंटर में लोड घटेगा और मरीजों को क्वालिटी इलाज मिल सकेगा।
मरीजों को बिना इलाज नहीं लौटना होगा
ट्रामा प्रभारी ने कहा कि यदि आप मरीज को ट्रामा लेकर आ रहे हैं तो पहले फोन करके जानकारी ले लें कि बेड खाली है या नहीं। इससे मरीजों को बिना इलाज नहीं लौटना होगा। बेड की जानकारी के लिए पीआरओ का मोबाइल नम्बर 9453004209 जारी किया गया है।