गोरखपुर। उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के मण्डलायुक्त अनिल कुमार ने दिमागी बुखार के मामलों की रिपोर्टिंग के लिए एंड्राॅड आधारित सूचना सेवा एेप स्टाप जेई एवं एईएस का लोकार्पण शुक्रवार को अपने कार्यालय में किया। कुमार नेे कहा कि यह एेप बिना इंटरनेट के कार्य करेगा, इस एेप के माध्यम से गांव में कोई भी स्मार्टफोन यूज़र एेप में दिये गये बटन को टच करने से ही सीधे एसएमएस भेजकर बुखार से पीड़ित किसी भी रोगी की जानकारी दे सकेगा।
यह होगा
उन्होंने कहा कि एेप का मैसेज सीधे नोडल अधिकारी अथवा कन्ट्रोलरूम जायेगा जहां से पीड़ित व्यक्ति के मोबाइल पर काल कर पते आदि के संबंध पूरी जानकारी करके तत्काल उस गांव के आशा, एएनएम को मौके पर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए भेजा जायेगा। जहां आशा, एएनएम द्वारा मरीज की स्थिति को देखते हुए इलाज हेतु जिला चिकित्सालय या निकटवर्ती प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र पर एम्बुलेंस के माध्यम से भेजा जायेगा।
शुरूआती 48 घंटे बहुत महत्वपूर्ण
मण्डलायुक्त ने कहा कि जेई/एईएस के रोगियों के लिए शुरूआती 48 घंटे बहुत महत्वपूर्ण होते हुए इस एेप के माध्यम से मामलों को केन्द्रीयकृत और समकेति ट्रेकिंग भी होगी। उन्होंने बताया कि इस एेप के माध्यम से सीएमओ कार्यालय और प्रभारी चिकित्साधिकारियों को स्वचलित एलर्ट एवे अधिसूचनाएं मिलने से प्रत्येक पीड़ित बच्चे की रिपोर्ट की लागातार निगरानी भी की जा सकेगी।
यह कहा मण्डलायुक्त ने
मण्डलायुक्त ने एडी हेल्थ को निर्देश दिया कि एक सप्ताह तक गोरखपुर जिले में इस एेप का ट्रायल करने के बाद यदि अच्छा कार्य होता है तो इसे पूरे मण्डल में लागू किया जाये। इस दौरान जिलाधिकारी के विजयेन्द्र पाण्डियन ने एेप के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस एेप को गूगल प्ले स्टोर से किसी भी स्मार्टफोन में आसानी से डाउन लोड कर स्टाल किया जा सकता है।
आर.बी.एस.के. के साफ्टवेयर का भी लोकार्पण
इसके अतिरिक्त मण्डलायुक्त ने आर.बी.एस.के. के साफ्टवेयर का भी लोकार्पण किया। यह साफ्टवेयर चिकित्सा, शिक्षा एंव बाल विकास विभाग के समन्वय के लिए बनाया गया है, इससे यह पता चलेगा कि कुल कितने बच्चे को आरबीएसके की टीम द्वारा रैफर किया गया है जो सी.एच.सी./पी.एच.सी. पर भेजे गये है जिसकी जिम्मेदारी आर.बी.एस.के की टीम की होगी तथा जो बच्चे जिला अस्पताल भेजे गये है उनकी सूचना सीएमएस के पोर्टल पर दिखेगी जिससे बच्चों का समुचित इलाज हो सकेगा।
एम्स का निरीक्षण कर कार्यों की प्रगति की जानकारी
इसके पूर्व मण्डलायुक्त अनिल कुमार ने गोरखपुर जिले में बन रहे आडिटोरियम एवं एम्स का निरीक्षण कर कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। उन्हांने सर्व प्रथम सर्किट हाउस रोड पर 4950.19 लाख़ की लागत से निर्माणाधीन आडिटोरियम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने काम की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यदायी संस्था उ०प्र० राजकीय निर्माण निगम के एम.डी. को पत्र लिखने और वहां मजदूरों की संख्या बढ़ाने का भी निर्देश दिया।
170 पायलिंग का काम पूर्ण
निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था के अभियंता के द्वारा बताया गया कि 170 पायलिंग का काम पूर्ण कर लिया गया है इसके साथ ही बाउंड्रीवाल के 276 पाइल बना लिए गये है जिसपर बाउंड्रीवाल का निर्माण किया जा रहा है। इसके बाद मण्डलायुक्त ने गोरखपुर में निर्माणाधीन एम्स परिसर का निरीक्षण कर वहां पर जलजमाव आदि की स्थिति को देखा। निरीक्षण के दौरान वहां पर उपस्थित कार्यदायी संस्था के अधिकारियों द्वारा जलजमाव के बारे में मण्डलायुक्त को विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी। मण्डलायुक्त ने ओ.पी.डी. विंग, आयुष विंग के निर्माण आदि के बारे में भी जानकारी ली। http://www.kanvkanv.com