लखनऊ। वायु में प्रदूषण होने के नाते इसका असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बच्चों पर इसका खासा असर हो रहा है। अस्पतालों के बालरोग ओपीडी में भीड़ दिखाई दे रही है। डफरिन अस्पताल में तो बालरोग की ओपीडी हर दिन 300 पार जा रही है।
नाक, कान व गला की परेशानी
वायु में फैली दूषित हवा बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है। इससे बच्चों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। खांसी, आंखों में जलन की शिकायत के साथ मरीज अस्पताल आ रहे हैं। डफरिन अस्पताल के बालरोग चिकित्सक डॉ. मोहित ने बताया कि शहर में वायु प्रदूषण का स्तर बढऩे से नाक, कान व गला रोगियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। इस प्रकार के रोगियों को धूल, मिट्टी से दूर रहने की सलाह दी गई है। अस्पताल में फिलहाल ईएनटी विशेषज्ञ नहीं है। अस्पताल में आने वाले नाक, कान व गला के रोगी निजी अस्पताल में या गंभीर स्थिति में बलरामपुर अस्पताल रेफर किया जाता है।